मुंबई: “भगवान राम का आकर्षण वैश्विक है, जो समय और दर्शन तक फैला हुआ है. यहां तक कि भक्ति संत-कवि कबीर, जो भक्ति के निर्गुण निराकार स्कूल का पालन करते हैं, सभी में भगवान राम के अस्तित्व की गान करते हैं. हर सूफी कविता और हर भक्ति कविता में भगवान राम का उल्लेख है. कबीर और तुलसीदास के राम एक ही हैं.” ये विचार मुंबई पुलिस के अधिकारी कृष्ण प्रकाश के हैं. मुंबई में बहुसांस्कृतिक ‘सब में राम शास्वत श्रीराम‘ कार्यक्रम में उन्हें हिंदी साहित्य भारती पुरस्कार से सम्मानित किया गया. प्रकाश मुंबई पुलिस की विशेष आतंकवाद विरोधी टीम, फोर्स वन का नेतृत्व करने के लिए जाने जाते हैं.
अपनी साहित्यिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अभिरुचि के लिए लोकप्रिय कृष्ण प्रकाश ऐसे अधिकारी हैं, जो मुंबई पुलिस की अभिजात्य आतंक-निरोधी इकाई ‘फोर्स वन‘ के प्रमुख हैं. कृष्ण प्रकाश दो बार गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड होल्डर हैं, जिन्होंने भगवान राम को पोस्टकार्ड के माध्यम से अधिकतम संख्या में पत्र देने के लिए तीसरी बार गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड हासिल किया. विद्वानों के बीच व्यापक चर्चा और सहमति के बाद उनका नाम हिंदी साहित्य भारती के लिए चुना गया. यह पुरस्कार ऐसे व्यक्ति को दिया जाता है, जो भारतीय समाज के गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आधार का प्रतिनिधित्व करता है. वह आधार जो भारतीय समाज के गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक लोकाचार को भी दर्शाता है और जिसका उद्देश्य हिंदी साहित्य के माध्यम से सार्वभौमिक भाईचारे और सद्भाव के मूल्यों का प्रचार करना है.