नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत मंडपम में तीसरे वीर बाल दिवस पर राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के जिन 17 विजेताओं से बातचीत की, उन पर किताबों कहानियों का असर साफ दिख रहा था. प्रधानमंत्री ने बातचीत के दौरान बच्चों की जीवन गाथाएं सुनीं तथा उन्हें अपने जीवन में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया. किताबें लिखने वाली एक बच्ची से बातचीत और किताबों पर मिली प्रतिक्रिया पर चर्चा के दौरान, बच्ची ने जवाब दिया कि अन्य लोगों ने भी किताबें लिखना शुरू कर दिया है. मोदी ने अन्य बच्चों को प्रेरित करने के लिए उसकी सराहना की. प्रधानमंत्री ने एक अन्य पुरस्कार विजेता से बातचीत की, जो कई भाषाओं में गायन में पारंगत है. मोदी द्वारा प्रशिक्षण के बारे में पूछे जाने पर, लड़के के उत्तर दिया कि उसने कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लिया है और वह चार भाषाओं – हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू और कश्मीरी में गा सकता है. लड़के ने आगे बताया कि उसका अपना यूट्यूब चैनल है और वह कार्यक्रमों में प्रस्तुति भी देता है. मोदी ने उसकी प्रतिभा की प्रशंसा की. मोदी ने एक युवा शतरंज खिलाड़ी से बातचीत की और उससे पूछा कि उसे शतरंज खेलना किसने सिखाया. युवा लड़के ने उत्तर दिया कि उसने अपने पिता से और यूट्यूब वीडियो देखकर खेलना सीखा है. प्रधानमंत्री ने एक अन्य बच्चे की उपलब्धि सुनी, जिसने कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ मनाने के लिए लद्दाख स्थित कारगिल युद्ध स्मारक से नई दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक तक 13 दिनों में 1251 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय की थी. लड़के ने यह भी बताया कि उसने दो साल पहले आजादी का अमृत महोत्सव और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने के लिए मणिपुर के मोइरांग स्थित आईएनए स्मारक से नई दिल्ली के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक तक 32 दिनों में 2612 किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय की थी. लड़के ने प्रधानमंत्री को बताया कि उसने साइकिल से एक दिन में अधिकतम 129.5 किलोमीटर की दूरी तय की है.

प्रधानमंत्री मोदी ने एक छोटी लड़की से बातचीत की, जिसने बताया कि उसके नाम दो अंतर्राष्ट्रीय रिकार्ड हैं, जिसमें एक मिनट में अर्ध-शास्त्रीय नृत्य के 80 चक्कर पूरे करना और एक मिनट में 13 संस्कृत श्लोक सुनाना शामिल है, दोनों ही उसने यूट्यूब वीडियो देखकर सीखे हैं. जूडो में राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने वाली लड़की से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने उसे शुभकामनाएं दीं. वह ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की इच्छा रखती है. मोदी ने एक लड़की से बातचीत की, जिसने पार्किंसन रोग के रोगियों के लिए एक स्व-स्थिर चममच बनाया है और मस्तिष्क की आयु का पूर्वानुमान माडल भी विकसित किया है. लड़की ने प्रधानमंत्री को बताया कि उसने दो साल तक इस पर काम किया है और इस विषय पर आगे और शोध करने का इरादा रखती है. कर्नाटक संगीत और संस्कृत श्लोकों के मिश्रण के साथ हरिकथा पाठ के लगभग 100 प्रस्तुतियां देने वाली एक लड़की कलाकार की बातें सुनकर प्रधानमंत्री ने उसकी सराहना की. पिछले 2 वर्षों में 5 अलग-अलग देशों में 5 ऊंची चोटियों पर चढ़ने वाली एक युवा पर्वतारोही से बात करते हुए प्रधानमंत्री ने उससे पूछा कि एक भारतीय के रूप में जब वह दूसरे देशों में गई तो उसे कैसा अनुभव हुआ. लड़की ने जवाब दिया कि उसे लोगों से बहुत प्यार और गर्मजोशी मिली. उसने प्रधानमंत्री को बताया कि पर्वतारोहण के पीछे उसका उद्देश्य बालिकाओं के सशक्तिकरण और शारीरिक आरोग्यता को बढ़ावा देना है. मोदी ने एक कलात्मक रोलर स्केटिंग बालिका की उपलब्धियों के बारे में सुना, जिसने इस वर्ष न्यूजीलैंड में आयोजित रोलर स्केटिंग प्रतियोगिता में अंतर्राष्ट्रीय स्वर्ण पदक के साथ-साथ 6 राष्ट्रीय पदक भी जीते हैं. उन्होंने एक पैरा-एथलीट बालिका की उपलब्धि के बारे में भी सुना, जिसने इस महीने थाईलैंड में एक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है. उन्होंने एक अन्य बालिका एथलीट के अनुभव के बारे में भी सुना, जिसने विभिन्न श्रेणियों में भारोत्तोलन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के साथ-साथ विश्व रिकार्ड भी बनाया था. प्रधानमंत्री ने एक अन्य पुरस्कार विजेता की सराहना की, जिसने आग में घिरी एक अपार्टमेंट इमारत में कई लोगों की जान बचाने में बहादुरी दिखाई थी. उन्होंने एक युवा लड़के की भी सराहना की, जिसने तैराकी के दौरान दूसरों को डूबने से बचाया था. याद रहे कि राष्ट्रीय बाल पुरस्कार बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, खेल तथा कला के क्षेत्र में प्रदान किए जाते हैं.