नई दिल्ली: भारत की प्राचीन सभ्यता के मूल्यों, उसकी संस्कृतियों के विकास, समृद्ध अतीत और लोकाचार के गौरवशाली समागम के बारे में 17 भाषाओं में 10 लाख से अधिक बार खेली गई दुनिया की सबसे बड़ी क्विज़ में से एक ‘जिज्ञासा‘ के विजेताओं को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बधाई दी है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के एक ट्वीट को साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया: “जिज्ञासा के सभी विजेताओं को बधाई. यह एक व्यापक प्रयास था जिसका उद्देश्य युवाओं के बीच हमारे इतिहास और संस्कृति के बारे में ज्ञान को बढ़ावा देना था. इस क्विज़ के लिए ऐसी अभूतपूर्व प्रतिक्रिया देखकर बहुत खुशी हुई.” याद रहे कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय तथा संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से ‘जिज्ञासा: आजादी का अमृत महोत्सव‘ प्रश्नोत्तरी शुरू की थी. स्कूली बच्चों के बीच ‘जिज्ञासा क्विज‘ के लिए वेबसाइट भी बनाई थी.
शिक्षा का अधिकार के तहत दिव्यांग व अभिवंचित वर्ग के बच्चों का ‘जिज्ञासा क्विज प्रतियोगिता‘ में प्राथमिकता के आधार पर रजिस्ट्रेशन कराया गया. सामान्य रूप से इस प्रतियोगिता में 13 से 18 साल के बच्चे भाग ले सकते हैं. क्विज के प्रश्न 17 भाषाओं में आए. जिज्ञासा के प्रत्येक विजेता को 10 लाख रुपए की छात्रवृत्ति की घोषणा की गई थी. जिज्ञासा प्रश्नोत्तरी का मुख्य उद्देश्य भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सभ्यता, साहित्य, वास्तुकला और विरासत में मिले ज्ञान के बारे में जागरूकता पैदा करना था. इस क्विज प्रतियोगिता में दुनिया भर से लोगों ने भाग लिया. गूगल प्ले स्टोर पर इसके ऐप के परिचय में लिखा गया- ‘जिज्ञासा: आजादी का अमृत महोत्सव प्रश्नोत्तरी‘ ज्ञान का एक मंच है, जो भारत की विरासत के बारे में अपने ज्ञान का परीक्षण करने के लिए सभी क्षेत्रों के व्यक्तियों को एक साथ लाता है. भारत धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों के अपने विशिष्ट और अद्वितीय मिश्रण के लिए जाना जाता है. विशाल उपमहाद्वीप का समाज विविध और जटिल विरासत के साथ दुनिया का सबसे पुराना समाज है. तो आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं, बस भारत को थोड़ा बेहतर तरीके से जानने की कोशिश करें? आओ चलें!