मुजफ्फरपुर: अभीर फाउंडेशन ने डा राजनारायण राय स्मृति साहित्य सेवा सम्मान समारोह आयोजित किया. दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार युनिवर्सिटी के पूर्व इतिहास विभागाध्यक्ष सह पूर्व कुलानुशासक प्रो अजीत कुमार थे. कुमार ने कहा कि गुरु की स्मृति में शिष्य की ओर से ऐसा आयोजन वर्तमान के शिष्यों के लिए उदाहरण है. अध्यक्षता कर रहे गीतकार डा रविंद्र उपाध्याय ने कहा कि गुरु हमेशा से अपने शिष्य के लिए सब कुछ होते हैं. लंगट सिंह कालेज के भोजपुरी विभाग के प्रो जयकांत सिंह जय ने कहा कि साहित्य मानवीय संवेदना की रक्षा का सूत्र है. समारोह में प्रो पुष्पा गुप्ता, डा विनय सिंह, फाउंडेशन के संरक्षक मनोज झा गाफील ने भी अपने विचार व्यक्त किये. इस अवसर पर फाउंडेशन की ओर से अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करने वाले 6 लोगों को सम्मानित किया गया. जिनमें मोतिहारी से आए कवि डा विनय कुमार सिंह को डा राज नारायण राय स्मृति साहित्य सेवा सम्मान दिया गया.
समारोह में अन्य सम्मानित लोगों में नृत्यांगना अनु कुमारी, बिहार विश्वविद्यालय के रशियन विभाग की शोध छात्रा संगीता कुमारी साह, चिकित्सक डा विकेश कुमार, महाकाल सेवा दल और अपन पाठशाला के सुमित कुमार शामिल थे. फाउंडेशन द्वारा प्रतिभा सम्मान के तहत 14 छात्राओं, सात महिला शिक्षकों और 6 विद्यालयों को भी सम्मानित किया गया. चार छात्रों को प्रोत्साहन राशि भेंट की गई. जिनमें हंसिका कुमारी, मोजस्सम प्रवीण, जागृति कुमारी और अदिति कुमारी शामिल हैं. फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रजनीश कुमार झा ने बच्चों को निःशुल्क किताब योजना की घोषणा व धन्यवाद ज्ञापित किया. शिक्षक साहित्यकार डा सतीश कुमार साथी ने मंच का संचालन किया. ‘सम्मान समारोह के दौरान ही शोधार्थी संगीता कुमारी साह की पुस्तक ‘परंपरा व परिवर्तन की नगरी मुजफ्फरपुर‘ का विमोचन भी किया गया. इस अवसर पर नीतीश्वर कालेज के इतिहास विभाग की डा रीना, डा हरेंद्र कुमार, भूपाल भारती, संजीव साहू, डा खुर्शीद अनवर अरमान सहित अनेकों लोग उपस्थित थे.