साहित्य से समाज नहीं वरन समाज से साहित्य है: लैंगिक समानता पर मंथन फाउंडेशन की संगोष्ठी में वक्ता
नई दिल्ली: "साहित्य से समाज नहीं वरन समाज से साहित्य है...और इसलिए साहित्य की चर्चा के साथ-साथ समाज की चर्चा जरूरी [...]
नीलांबर की ‘एक सांझ कविता की’ में किन्नर, पिता, प्रेम और नारी सशक्तीकरण से जुड़ी कविताओं की गूंज
सियालदाह: नीलांबर कोलकाता द्वारा स्थानीय रेलवे आफिसर्स क्लब के मंथन सभागार में 'एक सांझ कविता की' कार्यक्रम के दसवें संस्करण का आयोजन [...]
मानव तड़प की गतिशील प्रकृति के रचनाकार केकी एन दारूवाला के निधन पर साहित्य अकादेमी ने शोक जताया
नई दिल्ली: प्रख्यात कवि, लेखक और विद्वान केकी एन दारूवाला के निधन पर साहित्य अकादेमी ने शोक व्यक्त किया है. अकादेमी [...]
भोपाल में ‘त्रिविधा 3’ के दौरान कहानियों में स्त्रियां, पत्रकारिता में राजेंद्र माथुर और कविताओं में बच्चे विषय पर विमर्श
भोपाल: 'साहित्य के विभिन्न रूप हमारी जिंदगी की पगडंडियां हैं. वे हमें धीरे-धीरे जीने का रास्ता देती हैं. राहगीर से घुलने [...]
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत लखनऊ में फिर सजा रहा अवध के साहित्य, इतिहास और परंपरा वाला गोमती पुस्तक महोत्सव
लखनऊ: हर साल गोमती रिवरफ्रंट पार्क में आयोजित होने वाला गोमती पुस्तक महोत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इस [...]
जयंती पर याद किए गए मैनेजर पाण्डेय, उनकी पुस्तक ‘दारा शुकोह: संगम-संस्कृति का साधक’ पर परिचर्चा
नई दिल्ली: "अक्सर हम दारा शुकोह को मुगलकाल में एक अपवाद की तरह देखते हैं लेकिन असल में वो कोई अपवाद [...]
रेत में उभरी आकृतियों के बीच, हर कोई ढूंढ रहा था अपनी आकृति… श्रीप्रकाश शुक्ल के कविता संग्रह का विमोचन
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के रामचंद्र शुक्ल सभागार में श्री प्रकाश शुक्ल के कविता संग्रह 'रेत में आकृतियां' का [...]
भाषा का संकट, सभ्यता का संकट है: साहित्य अकादेमी के ‘हिंदी और अन्य भारतीय भाषाएं’ परिसंवाद में राहुल देव
नई दिल्ली: "वर्तमान में सभी भारतीय भाषाएं संकट में हैं. एक नई चुनौती अब सहभाषाओं की अस्मिता से भी है. अतः [...]
शिक्षा राष्ट्र के विकास में सबसे अहम, सैनिक स्कूल में छात्रों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
जयपुर: "राजस्थान महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, महाराज सूरजमल और सवाई जय सिंह जैसे शूरवीरों की भूमि है. ये वीर नायक युवा पीढ़ी के [...]
भाषा हमारे जीवन की चेतना को जगाती है: ‘वर्तमान परिवेश में हिंदी की प्रासंगिकता’ विषयक व्याख्यान में महेश दर्पण
नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत के सभागार में 'वर्तमान परिवेश में हिंदी की प्रासंगिकता' विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया. [...]
मध्य प्रदेश सरकार रंगमंच और साहित्य को बढ़ावा देने के लिये हमेशा तत्पर: सहकारिता मंत्री कैलाश सारंग
भोपाल: मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि राज्य सरकार रंगमंच और साहित्य को बढ़ावा [...]