लखनऊ: हिंदी साहित्य के महान संत कवि गोस्वामी तुलसीदास की 526वीं जयंती जगह-जगह समारोह पूर्वक मनाई गई. प्रतापगढ़ में जनपद हिंदी साहित्य सम्मेलन व एमडीपीजी कॉलेज हिंदी विभाग के तत्वावधान में तुलसी जयंती समारोह मनाया गया. हिंदी साहित्य सम्मेलन के प्रधानमंत्री आनंद कुमार पांडेय के स्वागत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई. मुख्य अतिथि इविवि हिंदी विभाग के प्रो सूर्यनारायण ने कहा कि संत शिरोमणि हिंदी साहित्य के पुरोधा तुलसीदास भक्ति कालीन कवियों में ऊंचा स्थान रखते हैं. विशिष्ट अतिथि के रूप में सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के प्रपौत्र प्रो विवेक निराला ने तुलसीदास के बारे में विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. समारोह की अध्यक्षता प्राचार्य डा मनोज मिश्रा ने की. कार्यक्रम का संचालन डा रमेश चंद शुक्ला ने किया. समारोह में डा उषा तिवारी, डा अरुण वर्मा, डा अरुण मिश्रा, डा रेखा मिश्रा, डा एके श्रीवास्तव, डा पीयूषकांत शर्मा, डा किरण मिश्रा, डा आरके दुबे, कवि डा श्याम शंकर शुक्ला, कवि सुरेश पांडेय संभव ने कविता पाठ किया.
उधर दाउदपुर के नंदलाल सिंह महाविद्यालय जैतपुर के सभागार में भी प्राचार्य डाकेपी श्रीवास्तव की अध्यक्षता में तुलसीदास जयंती समारोह मनाया गया. कार्यक्रम का संचालन डा चंद्रभान राम ने किया. प्राचार्य श्रीवास्तव ने कहा कि 16वीं सदी के महान संत और कवियों में गोस्वामी तुलसीदास एक माने जाते थे. उन्होंने उनके जीवन एवं उनके द्वारा रचित रामचरितमानस पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन के महत्त्व की जानकारी दी. डा प्रवीण पंकज ने गोस्वामी जी की रचनाओं के माध्यम से वसुधैव कुटुंबकम को परिभाषित किया. जयंती समारोह को डा संतोष कुमार, डा आशीष कुमार, डा चंद्रभान राम आदि ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में आलोक कुमार, अनुराधा कुमारी आदि छात्र-छात्राओं ने भी बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया. प्रो आफताब आलम, डा श्रीभगवान ठाकुर, प्रो राकेश कुमार, डा जीडी राठौर, प्रो स्वर्गदीप शर्मा, डा उपेंद्र कुमार, डा शेखर कुमार, डा धनंजय कुमार सिंह, डा सुनील कुमार सिंह, डा इंदु कुमारी, डा रूबी चंद्रा, प्रो आर रजक, प्रो सुभाष कुमार दास, डा आशीष प्रताप सिंह, प्रो मनोज कुमार, डा राकेश रंजन सहित बड़ी संख्या में छात्र और महाविद्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे.