श्रीगंगानगर: मुजफ्फरनगर की साहित्यकार नीलिमा शर्मा को राजस्थान के श्रीगंगानगर में आयोजित सृजन सेवा संस्थान के वार्षिक समारोह में माता रामदेवी वागीश्वरी सम्मान से सम्मानित किया गया. इस समारोह की अध्यक्षा वरिष्ठ साहित्यकार नीलप्रभा भारद्वाज ने की. मुख्य अतिथि थे नरेश शांडिल्य. नीलिमा शर्मा को यह सम्मान शिवना प्रकाशन से प्रकाशित उनके कहानी संग्रह ‘कोई ख़ुशबू उदास करती है’ के लिए दिया गया. नीलिमा शर्मा के इस कहानी संग्रह में कुल ग्यारह कहानियां हैं, जिनकी नायिकाएं नारी मन की गिरह की परतों को खोलते हुए वर्तमान में जीतीं हैं.

कहानी संग्रह ‘कोई ख़ुशबू उदास करती है’ की पहली कहानी ‘टुकड़ा टुकड़ा जिंदगी’ कोरोना काल की सच्ची डायरी है, जो एकदम से अंदर में धप्पा मारता है. खास बात यह की शर्मा अपनी रचनाओं में ऐसी ही भावनाओं को उजागर करने के लिए जानी जाती हैं. याद रहे कि नीलिमा शर्मा का जन्म 26 सितंबर को मुज़फ़्फ़रनगर, उत्तर प्रदेश में हुआ. उन्होंने अर्थशास्त्र से स्नातकोत्तर, बीएड, बीटीसी की शिक्षा ग्रहण की. एकल कथा संग्रह ‘कोई खुशबू उदास करती है’ के अलावा उनके द्वारा लिखित, संपादित और साझा पुस्तकों में ‘मुट्ठी भर अक्षर’, ‘खुसरो दरिया प्रेम का’, रिश्तों के तिलिस्म की कहानियां ‘मृगतृष्णा’, ‘लुकाछिपी’, ‘हाशिये का हक़’, ‘मन पिंजरा तन बांवरा’ और ‘पुरवाई कथा माला’ आदि शामिल है.