नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फ्रांस दौरे के दौरान हिंदी और भारतीय भाषाओं से जुड़ी कई बातें चर्चा में रहीं. प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बुलावे पर जब फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि पेरिस पहुंचे, तो फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उनके स्वागत और सम्मान में हिंदी में ट्वीट की झड़ी लगा दी. उन्होंने देवनागरी लिपि में कई ट्वीट लिखे, जिनमें पहला ट्वीट था, “भारत और फ्रांस 25 साल की रणनीतिक साझेदारी तथा विश्वास और दोस्ती के सदैव मजबूत बंधन का जश्न मना रहे हैं. प्रिय नरेंद्र मोदी पैरिस में हार्दिक स्वागत!” हिंदी में लिखे उनके दूसरे ट्वीट में उनके शब्द थे, “विश्व इतिहास में एक विशालकाय, भविष्य के लिए निर्णायक भूमिका निभाने वाला देश, रणनीतिक साझेदार, मित्र….इस साल की 14 जुलाई की परेड के लिए भारत को सम्मानित अतिथि के रूप में स्वागत करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है.”
राष्ट्रपति मैक्रों ने देवनागरी में एक और ट्वीट लिखा, “इस 14 जुलाई को, भारत के सैनिक और रफ़ाल लड़ाकू विमान हमारे सैनिकों के साथ परेड में शामिल हैं… हम उन लोगों की स्मृति का सम्मान करते हैं जो प्रथम विश्व युद्ध में फ्रांसीसी सेना के साथ मिलकर लड़े थे. हम कभी नहीं भूलेंगें.” इतना ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी के दौरे की समाप्ति पर उनके संग अपनी फोटो शेयर करते हुए राष्ट्रपति मैक्रों ने फ्रेंच और अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी लिखा, “भारत और फ्रांस के बीच दोस्ती अमर रहे!” इसी तरह इस दौरे में प्रधानमंत्री मोदी जब भारतीय समुदाय से मिले तो उन्होंने भी भारत के हजारों वर्ष पुराने इतिहास, अनुभव, विश्व कल्याण आदि के उल्लेख के साथ भारत की भाषाई विविधता को भी याद किया और कहा कि भारत के अलग-अलग कोनों में लगभग 100 भाषाएं पढ़ाई जाती हैं. दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल भाषा है. इससे बड़ा गर्व क्या हो सकता है कि दुनिया की सबसे पुरानी तमिल भाषा भारत की भाषा है, भारतीयों की भाषा है. उन्होंने याद दिलाया कि कैसे विंबलडन की तरफ से चैंपियन रोजर फेडरर की एक फोटो शेयर की गई थी. इसके कैप्शन में लिखा था- थलाइवा. थलाइवा एक तमिल शब्द है जिसे भारत में रजनीकांत के लिए प्रयोग किया जाता है.