गाजीपुर: साहित्य उन्नयन संघ ने महाराजगंज स्थित एक विद्यालय परिसर में विशाल कवि सम्मेलन एवं प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में कवियों ने विविध विषयों और रस पर आधारित रचना पाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा बीडी मिश्रा थे. अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि साहित्य ही आदर्श समाज की नीव है. साहित्य उन्नयन संघ के अध्यक्ष और कवि दिलीप कुमार चौहान बागी ने वर्तमान समय में विद्यार्थियों के शार्टकट अपनाने की प्रवृत्ति पर व्यंग्य करते हुए पढ़ा, ‘टेक्स्ट बुक नहीं, बच्चे अब फेसबुक पढ़ा करते हैं, स्कूल नहीं जाते मगर गेट पर खड़ा रहते हैं.’ फतेहचंद बेचैन ने देशभक्ति कविता प्रस्तुत की. वरिष्ठ कवि एवं संघ के संरक्षक धर्मदेव सिंह यादव ने पढ़ा, ‘श्रम की देते चलो आहुति’.

कवि सम्मेलन में चेतन ग्रामीण ने हिंदी के महत्त्व का सुंदर चित्रण किया, तो कृष्णानंद दुबे ने सड़क दुर्घटना पर मार्मिक कविता सुनाई. रमाकांत राही ने श्रृंगार युक्त कविताओं से सभी को भाव विभोर कर दिया. नंदिता ने बेटियों का सुंदर चित्रण करते हुए खूब वाहवाही बटोरी. अन्नपूर्णा सिंह ने नारी शक्ति पर रचना प्रस्तुत की. यशवंत यादव ने गाजीपुर को बलिदानी धरती  बताते हुए कहा कि साहित्य उन्नयन संघ साहित्य के सम्पूर्ण विकास के लिए सदा समर्पित है. गोपाल गौरव ने गजल के माध्यम से जनमानस को एक सुंदर संदेश दिया. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वयोवृद्ध कवि अनंत देव पांडेय थे. संचालन दिलीप कुमार चौहान बागी ने किया. अध्यक्षता वरिष्ठ कवि धर्मदेव सिंह यादव ने की. इस अवसर पर कवियों को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में मैरी सिटी स्कूल महाराजगंज की प्रधानाध्यापिका एकता राय, डायरेक्टर अजीत राय, संयोजक अन्नपूर्णा सिंह सहित समस्त अध्यापक गण एवं सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे.