बीकानेर: पंडित बाबूलाल शास्त्री ज्योतिष बौद्ध संस्थान ग्रंथ-माला के तत्वावधान में ज्योतिषाचार्य पंडित राजेंद्र किराडू द्वारा संग्रहित ‘यज्ञ प्रतिष्ठा महार्णव’ का लोकार्पण जगदगुरु मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास देवाचार्य द्वारा संपन्न हुआ. इस अवसर पर इस पुस्तक के बारे में पंडित राजेंद्र किराडू ने बताया कि इस महा ग्रंथ में 12 अध्याय में सभी देवी-देवताओं के यज्ञ संबंधी विषय का समावेश किया गया है. एक अध्याय में समस्त देवी-देवताओं की प्राण-प्रतिष्ठा पद्धति का वर्णन भी किया गया है. यह पुस्तक भारत की सनातन पद्धति, उसके अनुष्ठान्न और पारंपरिक ज्ञान से ओत-प्रोत है, जो हमारी धार्मिक शुद्धता और श्रेष्ठता को स्थापित करती है.

पुस्तक के परिशिष्ट भाग में श्री सूक्त साधना श्री सूक्त के पृथक मित्रों का प्रयोग व्यास पीठ पूजा सार्द्ध शतचंडी विधान रुद्र पंच वक्र पूजन विधान सहित अनेक विषयों का संकलन किया गया है. वैदिक सनातन धर्म से अधिक से अधिक लोगों जुड़ने और भारतीय संस्कृति अपनाने की जरूरत पर भी बल दिया गया. पुस्तक यह भी बताती है कि यज्ञ के धुएं से वातावरण शुद्ध तो होता ही है, नकारात्मक शक्तियां भी नष्ट होती हैं. देवाचार्य ने वर्तमान में ऐसे ग्रंथ की उपयोगिता पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम में पंडित राजेंद्र किराडू, पंडित विमल किराडू, सुशील नारायण दत्त, श्रीलाल किराडू, रामकिशन व्यास, पंडित मुरलीधर पुरोहित, पंडित हिमांशु किराडू, पूनम चंद व्यास, पंडित कैलाश, पंडित श्याम सुंदर किराडू सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.