नोएडा: स्थानीय किरण नादर कला संग्रहालय में कुसुम आचार्य के उपन्यास ‘हार मुझे स्वीकार नहीं‘ उपन्यास का लोकार्पण समारोह और गजल-गोष्ठी का आयोजन हुआ. अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में डा मधु चतुर्वेदी ने कहा कि ‘हार मुझे स्वीकार नहीं‘ उपन्यास नारी शक्ति को और भी मजबूती प्रदान करता है. कुसुम आचार्य ने इसे बहुत सुन्दर और सरल भाषा-शैली में लिखा है. निश्चय ही यह उपन्यास साहित्य जगत में अपनी विशिष्ट पहचान बनाएगा. देवप्रभा प्रकाशन गाजियाबाद द्वारा प्रकाशित उपन्यास के लोकार्पण समारोह के अवसर पर एक सम्मान समारोह और गजल गोष्ठी का भी आयोजन हुआजिसमें दो दर्जन गजलकारों ने अपनी रचनाओं के मनमोहक पाठ से समां बांध दिया. सभी को देवप्रभा प्रकाशन की ओर से अंगवस्त्रमोतियों की माला एवं सम्मान-प्रतीक देकर सम्मानित किया गया.

इस आयोजन में मशहूर शायर डा अशोक मधुपबाबा कानपुरीआलोक बेजानरमेश प्रसून के अलावा अखिल भारतीय साहित्य परिषद उत्तर प्रदेश के सचिव अरविन्द भाटी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए. कार्यक्रम का संचालन कवयित्री सपना दत्ता सुहासिनी ने किया. देवप्रभा प्रकाशन के कर्ताधर्ता कवि एवं पत्रकार डा चेतन आनंद ने संयोजन किया. इस अवसर पर अनिमेष शर्माशरद गुप्तानेहा वैदइंदु मिश्र किरणबिमलेन्दु सागरबीएल बत्रा अमित्रराहुल धामाआशीष प्रकाशडा एसके संप्रतिरजनीश गोयलविपिन दिलवरिया ओममंजुला रायसंजीव दत्तामनोहर त्यागी आदि शामिल रहे.