धर्मशालाः राष्ट्रीय कवि संगम के तत्त्वावधान में धर्मशाला स्थित हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के धौलाधार परिसर में राष्ट्रीय कवि संगम एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्त्वावधान में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ. प्रतियोगितानुमा इस कवि सम्मेलन में स्थानीय कवियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अपनी श्रेष्ठ रचनाएं सुनाईं. इस अवसर पर जिला परिषद चंबा की अध्यक्ष नीलम कुमारी ने ‘मां भारती’ कविता प्रस्तुत कर जीत हासिल की. उन्होंने आठ जिले के कवियों के बीच यह सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया. कवि सम्मेलन में आयोजकों ने नीलम कुमारी की कविता की न केवल सराहना की, बल्कि उन्हें प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया. कवि सम्मेलन में कुलपति प्रो. एसपी बंसल बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे. राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की.
इस कवि सम्मेलन में प्रदेश के आठ जिलों के कवियों ने विभिन्न विषयों पर कविताएं प्रस्तुत कीं. जिसमें 12वीं कक्षा की छात्रा साक्षी सूर्या ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ विषय पर, शिवा पंचकरण ने ‘भारत का गुणगान करें, इक नया संवत प्रारंभ करें’, युद्धवीर टंडन और चंबा से आए शिक्षक श्याम अजनवी ने कविता पेशकर खूब तालियां बटोरीं. इसके बाद शक्ति चंद राणा ने शहीदों पर कविता पेश की. वहीं विवि के हिंदी विभाग की संकाय सदस्य प्रिया शर्मा ने अपनी छोटी-छोटी कविताएं पेश की. जिला परिषद अध्यक्ष चंबा नीलम कुमारी ने मां भारती कविता पेश सर्वश्रेष्ठ स्थान पाया.विवि के अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार ने भी ‘मेरे सपनों में कौन आता है, यौवन-बचपन या बुढापा’ कविता पढ़ी. कवयित्री चंद्ररेखा डढवाल ने दो गजलें और विवि के शोधार्थी सर्वेश कुमार ने कविता के माध्यम से अपने विचार रखे. शिमला के ठियोग से अपने पिता नरेश कुमार के साथ आए छठीं कक्षा के छात्र आरव शर्मा ने ‘मैं भारत का सोया स्वाभिमान जगाने आया हूं’ कविता पेश कर सभी में राष्ट्र के प्रति जोश भर दिया. आर्य की कविता सुन पूरा सेमिनार हाल तालियों से गूंज उठा.