जयपुर: जयपुर साहित्य संगीति द्वारा आयोजित जयपुर साहित्य सम्मान अलंकरण समारोह में विभिन्न विधाओं के कुल 45 लेखकों को उनकी रचनाओं के लिए सम्मानित किया गया. इस दौरान लेखकों के समक्ष आ रहे पाठक संकट सहित अनेक साहित्यिक विषयों पर चर्चा हुई. समागम समारोह में 5 लेखकों की नवीन पुस्तकों का साहित्यकार फ़ारुक अफ़रीदी ने लोकार्पण किया. इस दौरान प्रत्येक सम्मानित साहित्यकार का अरविंद कुमारसंभव द्वारा लघु साक्षात्कार किया गया, जिसमें रचनाकारों ने अपनी पुरस्कृत रचना सहित दूसरी रचनाओं के बारे में बताया. समारोह में जयपुर के अनेक वरिष्ठ साहित्यकार एवं रंगकर्मी भी उपस्थित थे, जिनमें प्रबोध कुमार गोविल, फारुख अफ़रीदी, विजय मिश्र दानिश, सुधीर सक्सेना सुधी, हरदान हर्ष, सत्यदेव बारेठ, राजेश भटनागर, सुनीता बिश्नोलिया, शिवानी ,प्रभा पारीक, नूतन गुप्ता आदि शामिल थे.प्रबोध कुमार गोविल एवं फ़ारुक अफ़रीदी ने नये लेखकों को लेखन, प्रकाशन, विपणन के बारे में उपयोगी परामर्श दिया.

इस समारोह के दौरान जिन साहित्यकारों को सम्मानित किया गया, उनमें मधुर कुलश्रेष्ठ, नीलम कुलश्रेष्ठ, लता अग्रवाल, पूनम मनु, मुकेश सिन्हा, अश्वनी शांडिल्य, रामकिशोर उपाध्याय, रमेश आनंद, हरगोविंद मैथिल, उदय प्रताप, नीलिमा तिग्गा, अखिलेश पालरिया, डॉ पूजा अलापुरिया, दशरथ सोलंकी, भावना शर्मा, आरएल दीपक, रमेश लक्षकार, सीमा राय, अनीता गंगाधर, कीर्ति श्रीवास्तव, हरीश आचार्य, राजकुमार निजात, नीलम राकेश, शील कौशिक, ओम प्रकाश क्षत्रिय, चेतना उपाध्याय, दीनदयाल शर्मा, ताराचंद मकसाने, सुशीला शर्मा, अलका अग्रवाल, प्रो राजेश कुमार, विमला नागला, रामेश्वरी नादान, परी जोशी, संगीता सेठी, तरुण कुमार दधीच, सुधीर आजाद, रोचिका अरुण, देशबंधु शाहजहांपुरी, कुसुम अग्रवाल , सुशील सरित, अजय राणा शामिल थे. समारोह एवं पुरस्कारों की व्यवस्था दीवान कृष्ण गोपाल माथुर बहरोड़ परिवार मंडल द्वारा की गई थी. सभी आगंतुक साहित्यकारों को बहरोड़ परिवार मंडल की ट्रस्टी शीला माथुर, रोमा माथुर, नीलकमल माथुर की तरफ से विशेष स्मृति चिह्न प्रदान किए गए. इस अवसर पर जयपुर साहित्य संगीति के पदाधिकारियों रामदयाल, देवेंद्र गुप्ता एवं मुकेश मीणा को फ़ारुक अफ़रीदी ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. सम्पूर्ण दो दिवसीय कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक अरविंद कुमारसंभव द्वारा किया गया.