रायपुर: जय जोहार साहित्य संस्कृति संस्थान एवं वैभव प्रकाशन के संयुक्त तत्वावधान में पुस्तक विमोचन और सम्मान समारोह का आयोजन वृंदावन हाल में संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में 11 पुस्तकों का विमोचन हुआ. इस दौरान कलमकारों को स्मृति चिह्नप्रकाशित पुस्तक की प्रतिसम्मान पत्रशाल भेंट कर सम्मानित किया गया. उक्त कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के साथ ही देश व विदेश में रह रहे भारतीय मूल के रचनाधर्मी भी आमंत्रित थे. उक्त कार्यक्रम में राजनांदगांव शहर से रोशन साहू मोखला को ‘साहित्य वैभव सम्मान‘ से सम्मानित किया गया. रोशन साहू पेशे से शिक्षक हैंसाथ ही रचनाधर्मीमानस व्याख्यानलोक संगीत के साथ ही संजीदगी भरे मंच संचालन के लिए जाने जाते हैं. आज की खर्चीली शादी पर उनके द्वारा लिखी रचना ‘असीस कोन दिही इंहासबो बफे मा भुलागे‘ विवाह की पृष्ठभूमि पर लिखी मार्मिक कविता है.

विवाह के अवसर पर पिता और पुत्री के बीच आंखों ही आंखों में कर्ज लेकर या पैतृक संपत्ति गिरवी रख या बेचकर की जा रही वैवाहिक खर्च जिससे पिता की आने वाली शेष जीवन की चिंताकिन्तु विवाह समारोह की बाह्य धमाचौकड़ीबारात स्वागतव्यवस्थादहेजभोजन की बर्बादी का वर्णन है. इस कविता की ‘बरतिया के गोड़ धोवई माददा आज धोवागेबिदा ले आघू परघौनी बाप बेटी ला रोवागे…‘ जैसी पंक्तियां झकझोर देती हैं. इस कविता को ‘जय जोहारमया मया अपार‘ साझा काव्य संग्रह में स्थान दिया गया है. रोशन साहू को सम्मानित किए जाने पर अंचल की साहित्यिक संस्थाओं साकेत साहित्य परिषद सुरगीसृजन साहित्य मंचपुरवाही साहित्य समितिसांस्कृतिक संस्थान खुमान साव संगीत अकादमी राजनन्दगांवमंदराजी लोक कला संस्थानछत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशनसांस्कृतिक व साहित्य प्रकोष्ठ जिला साहू संघ राजनन्दगांव के कलमकारोंलोक कलाकारों रचनाधर्मियों सहित शिक्षा जगत ने शुभकामनाएं व बधाई प्रेषित की है.