नई दिल्ली: भारत 48वें टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ‘टीआईएफएफ‘ में भाग ले रहा है. इस वर्ष भारत को प्रतिभाविषय-वस्तु और मनोरंजन के केंद्र के रूप में प्रदर्शित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. टीआईएफएफ में भारत के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव (फिल्म) और राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) के प्रबंध निदेशक पृथुल कुमार कर रहे हैं. एनएफडीसी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की केंद्रीय एजेंसी हैजो टीआईएफएफ में भारत की भागीदारी का आयोजन कर रही है. अपनी व्यापक भागीदारी योजना मेंभारत देश की सृजनात्मक और साथ ही तकनीकी शक्तियों को प्रदर्शित करने के लिए कई सत्रों की मेजबानी करेगा और अंतरराष्ट्रीय हितधारकों को भारत के साथ फिल्मों का निर्माण करने और भारतीय स्थानों पर फिल्म बनाने के लिए आमंत्रित करेगा. एक विशेष स्पॉटलाइट सत्रजिसका शीर्षक हैआओभारत में फिल्म बनाओभारत की फिल्म नीतियों को प्रदर्शित करने का प्रयास करता हैदेश में फिल्मांकन को आसान  बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी के लिए भारत की एकल खिड़की व्यवस्था बनाई जाएगी.

भारत और कनाडा की सिनेमाई उपलब्धियों के जश्न के रूप में देश में फीचरलघु फिल्मएनीमेशन प्रोजेक्टओटीटी सामग्री और वेब प्रोजेक्ट जैसे माध्यमों में फिल्म निर्माण की संभावनाओं का पता लगाना और उन्हें बढ़ावा देना चाहते हैं. उपस्थित लोगों में एनएफडीसीओंटारियो क्रिएट्सटेलीफिल्म कनाडाभारतीय और कनाडाई निर्माता शामिल होंगे. टीआईएफएफ में भारत की भागीदारी भारतीय मंडप के उद्घाटन के साथ शुरू होगीजिसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद द्वारा डिजाइन किया गया है. स्पॉटलाइट सत्र के अलावाकहानीकारों की भूमि के रूप में भारत पर एक सत्र और अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों के साथ कई बैठकों की योजना बनाई गई है. इस साल टीआईएफएफ के आधिकारिक चयन में छह भारतीय फिल्मों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. इनमें तरसेम सिंह धंधवार द्वारा निर्देशित ‘डियर जस्सी‘, निखिल नागेश भट्ट द्वारा निर्देशित ‘किल‘, करण बुलानी द्वारा निर्देशित ‘थैंक यू फॉर कमिंग‘, किरण राव द्वारा निर्देशित ‘लॉस्ट लेडीज‘, जयंत दिगंबर सोमलकर द्वारा निर्देशित ‘स्थल-ए मैच‘, आनंद पटवर्धन द्वारा ‘वसुधैव कुटुंबकम- विश्व एक परिवार है‘ शामिल हैं. सुसी गणेशन द्वारा निर्देशित फिल्म ‘दिल है ग्रे‘ को मार्केट सेक्शन में प्रदर्शित किया जाएगा.