जमशेदपुर: भोजपुरी साहित्य परिषद की ओर से स्थानीय तुलसी भवन में नगर के वरीय साहित्यकार शीतल प्रसाद दुबे रचित भोजपुरी कथा संग्रह ‘अमर कहां गइल‘ का लोकार्पण सह होली मिलन- वासंती काव्य संध्या का आयोजन हुआ. परिषद प्रवर समिति के सदस्य दिनेश्वर प्रसाद सिंह ‘दिनेश‘ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. शिव पूजन सिंह ने भोजपुरी में इस तरह के साहित्यिक आयोजनों पर प्रसन्नता व्यक्त की. प्रधान सचिव डा अजय कुमार ओझा ने संचालन किया. मुख्य अतिथि वरिष्ठ नागरिक समिति के अध्यक्ष शिवपूजन सिंह थे. स्वागत वक्तव्य डा प्रसेनजित तिवारी ने दिया. कार्यक्रम की शुरुआत वीणा पाण्डेय भारती की सरस्वती वंदना से हुआ. ‘अमर कहां गइल‘ के लोकार्पण के बाद ‘आठवें भोजपुरी नाट्य महोत्सव‘ में परिषद द्वारा प्रस्तुत डा रसिक बिहारी ओझा ‘निर्भीक‘ कृत नाटक ‘लांस नायक खूब सिंह‘ के कलाकारों को सम्मानित किया गया. डा यमुना तिवारी व्यथित ने आभार व्यक्त किया.
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में होली की शुभकामनाओं के बाद वासंती कविता पाठ का दौर शुरू हुआ. इसमें कुल 48 रचनाकारों ने होली एवं वसंत के अलावा सामयिक रचनाएं पढ़ीं. कविता पाठ करने वालों में ब्रजमोहन राय देहाती, शीतल दूबे, यमुना तिवारी ‘व्यथित‘, कैलाश नाथ शर्मा ‘ गाजीपुरी‘, हरिहर राय चौहान, शैलेन्द्र पाण्डेय ‘शैल‘, विक्रमा सिंह देहदुब्बर, डा उदय प्रताप हयात, निवेदिता श्रीवास्तव, सोनी सुगंधा, वीणा पाण्डेय ‘भारती‘, बलविन्दर सिंह, विजय नारायण सिंह बेरुका, राजेन्द्र राज, सुरेश दत्त पाण्डेय, संगीता मिश्रा, शकुन्तला शर्मा, उपासना सिन्हा , सविता सिंह मीरा, ममता कर्ण, सुस्मिता मिश्रा, नीलिमा पाण्डेय, कन्हैया सिंह सदय, नीता सागर चौधरी, सुदीप्ति जेठी राउत, पूनम महानंद, पूनम सिंह, रीना गुप्ता, नीलम पेड़ीवाल, कन्हैया लाल अग्रवाल, प्रमुख रहे, जबकि अशोक पाठक स्नेही, अनुज प्रसाद, शिव नन्दन सिंह, महेन्द्र कुमार तिवारी, सुरेश दत्त पाण्डेय, उषा झा शामिल थे.