नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि हमारे पुस्तकालयों के बुनियादी ढांचे में सुधार और रचनात्मक लेखन को बढ़ावा देने पर जोर देने से विशेष रूप से युवाओं के बीच पढ़ने के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ेगी. उन्होंने नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा पुस्तकालय महोत्सव 2023 के उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त की और राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन के ट्वीट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया; “इस तरह के प्रयासों से विशेषकर युवाओं में पढ़ने के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ेगी. हमारे पुस्तकालयों के बुनियादी ढांचे में सुधार और रचनात्मक लेखन को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए देखना अच्छा लगता है.” राजा राममोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशन ने ट्विट किया था कि राष्ट्रपति मुर्मु ने विचारों और ज्ञान के निर्बाध प्रवाह और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकालयों के एक नेटवर्क की स्थापना की जो वकालत की हैउससे अनुसंधान करने में आसानी होगी.

फाउंडेशन ने लिखा कि पुस्तकालय समुदाय के लिए बौद्धिक आराम कक्ष और अध्ययन कक्ष के रूप में कार्य करते हैंजिससे इन संस्थानों को सामाजिक मेलजोल के साथ-साथ गंभीर विचारचर्चा और सीखने के स्थान के रूप में कार्य करने और आगे बढ़ने की अनुमति मिलती है. याद रहे कि राजा राम मोहन राय लाइब्रेरी फाउंडेशनकोलकाता का गठन एक राष्ट्रीय पुस्तकालय नीति बनाने और एक राष्ट्रीय पुस्तकालय प्रणाली विकसित करने में मदद करने के लिए हुआ था. इस का काम पुस्तकालयों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करनापुस्तकालय विकास को बढ़ावा देने में लगे क्षेत्रीय या राष्ट्रीय संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान करनापुस्तकालय विकास पर अनुसंधान को बढ़ावा देनादेश में पुस्तकालय विकास से संबंधित सभी मामलों पर सरकार को सलाह देना और देश में पुस्तकालय कानून को अपनाने का प्रचार करना है.