लखनऊ: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में प्रदेश सचिवालय के विशेष सचिव डा दीपक कोहली की पुस्तक ‘पर्यावरण और प्रौद्यौगिकी: नये क्षितिज‘ का विमोचन किया. इस अवसर पर वैज्ञानिक डा पंकज प्रसून, डा रजनीश चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे. लेखक ने बताया कि पुस्तक में पर्यावरण और प्रौद्योगिकी की जुगलबंदी का समीकरण लोकप्रिय विज्ञान के रुचिकर प्रारूप में प्रस्तुत किया गया है. एक ओर जहां पर्यावरणीय स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक खेती, पर्यावरण अनुकूल कार्बन फार्मिंग, बहुआयामी जलवायु संकट, जैव ईंधन और हरित बांड जैसे समसामयिक विषयों पर सहजता से लेखन कार्य किया गया है, वहीं दूसरी ओर कृषि प्रौद्योगिकी, स्वच्छ तकनीक, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, डिजी यात्रा, साइबर जागरूकता, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व क्वांटम प्रौद्योगिकी के नये आयामों को उजागर करने वाले लेख हैं.
इस पुस्तक में विभिन्न नयी प्रौद्योगिकियों एवं पर्यावरण संबंधी विषयों यथा ग्रीन जीडीपी, बाघ संरक्षण, भारत में क्वांटम प्रौद्योगिकी के बढ़ते कदम, जस्ट एनर्जी ट्रांज़िशन, फिनटेक, इंटरनेट का नवीनतम संस्करण, टेकेड की अवधारणा, हरित बॉण्ड, अंतरिक्ष का सैन्यीकरण, आद्र्रभूमियों का संरक्षण, श्री अन्न, ई-गवर्नेंस, मेटावर्स की वर्चुअल दुनिया, प्राकृतिक खेती, जल का अधिकार, बाढ़ प्रबंधन, रूपांतरणकारी कृषि प्रौद्योगिकी, हरित हाइड्रोजन, वृक्षों का संरक्षण, लिथियम का खजाना, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पर्यावरण अनुकूल कार्बन फार्मिंग, स्वच्छ तकनीक, भारत का हरित भविष्य, हिमालय क्षेत्र में भूस्खलन की बढ़ती घटनाएं, किसानों की सहायता में प्रौद्योगिकी, पारिस्थितिकी तंत्र इंजीनियर, समुद्री घास, कृषि क्षेत्र में कार्बन ट्रेडिंग, जलवायु संकट, भारत में हरित क्रांति के अग्रदूत: डा एमएस स्वामीनाथन, वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन इत्यादि पर लेखक ने सारगर्भित जानकारी प्रस्तुत की है. यह पुस्तक तथ्यात्मक ,सटीक और उपयोगी जानकारियों को समेटे हुए हैं.