हरिद्वार: राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की गंगा सचल पुस्तक प्रदर्शनी देवभूमि हरिद्वार पहुंच गई है. जिलाधिकारी कैंप ऑफिस एंड रेजीडेंस से हरिद्वार के अतिरिक्त जिलाधिकारी (एग्जीक्यूटिव) प्यारेलाल शाह ने इस सचल पुस्तक प्रदर्शनी की वैन को हरी झंडी दिखाकर आगे की साहित्यिक गंगा यात्रा के लिए रवाना किया. उन्होंने इस यात्रा की अहमियत और महत्त्व पर भी अपनी बात कही और इसकी सफलता के लिए न्यास को शुभकामनाएं ज्ञापित कीं. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में एडीएम (ई) हरिद्वार ने गंगा सचल पुस्तक प्रदर्शनी की वैन में एनबीटी द्वारा प्रकाशित बच्चों व बड़ों की पुस्तकें भी देखीं. गंगा तटों से बसे शहरों व नगरों में जाकर बच्चों, युवाओं व उनके अभिभावकों में पठन-संस्कृति को बढ़ावा देने व गंगा संरक्षण के प्रति जागरूक करने की न्यास की इस अनूठी पहल की उन्होंने सराहना भी की.
शाह ने कहा कि इससे पूर्व यात्रा की भांति यह यात्रा भी पूर्ण होगी और अपने उद्देश्य में सफल होगी, हम इसकी कामना करते हैं. उन्होंने आशा जताई कि न्यास द्वारा इस तरह के साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रयास भविष्य में भी किए जाते रहेंगे, इसकी उम्मीद है. याद रहे कि एनबीटी की गंगा पुस्तक परिक्रमा के दौरान प्राथमिक विद्यालय वंदेमातरम कुंज, चंडीघाट में आयोजित कार्यक्रम में बाल साहित्यकार मुकेश नौटियाल द्वारा बच्चों के लिए गंगा के महत्त्व पर कथा वाचन और लेखक नंद किशोर हटवाल द्वारा बाल साहित्यकारों के लिए गंगा पर कहानी-लेखन कार्यशाला के संचालन को सबने सराहा. न्यास की इस यात्रा से रास्ते में पड़ने वाले शहरों, कस्बों, गांवों के बच्चों में गंगा को लेकर उत्सुकता बढ़ रही है.