जयपुर: पं जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी और जवाहर कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में अकादमी के पुरस्कार वितरण व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर भोपाल निवासी लेखक पीयूष बबेले को अकादमी ने अपने प्रथम राष्ट्रीय पुरस्कार पं नेहरू शिखर सम्मान से सम्मानित किया गया. बबेले को सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र और 1 लाख रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया. बबेले को यह सम्मान उनकी पुस्तक ‘नेहरू मिथक और सत्य‘ के लिए प्रदान किया गया. इस अवसर पर अकादमी की ओर से बाल साहित्य लेखन में विशेष योगदान देने के लिए 16 अन्य पुरस्कारों का वितरण और 9 सम्मान प्रदान किए गए. समारोह में सबसे कम उम्र के बाल साहित्यकार अद्वैत जिंदल को लक्ष्मी कुमारी चूंडावत बाल साहित्य पुरस्कार प्रदान किया गया. जयपुर के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक के छात्र अद्वैत को उनके कहानी संग्रह ‘तनव और चुलबुली कहानियां‘ के लिए यह पुरस्कार दिया गया. अकादमी सचिव राजेन्द्र मोहन शर्मा के अनुसार कार्यक्रम का आरंभ दिव्य दृष्टि विद्यार्थियों की राष्ट्र वंदना से हुआ. समारोह में भोपाल की संस्था ‘इकतारा‘ के सहयोग से लगाई गई पोस्टर एवं पुस्तक का प्रदर्शन किया गया. समारोह में अकादमी द्वारा बालोपयोगी पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाई गई.
अकादमी की ओर से राजस्थान के वरिष्ठ बाल साहित्यकार स्व मनोहर वर्मा सम्मान जगदीश प्रसाद शर्मा गिलूण्ड को तथा स्व लक्ष्मी नारायण रंगा सम्मान डा आईदान सिंह भाटी को दिया गया. इस अवसर पर दीनदयाल शर्मा हनुमानगढ़, डा भैरूलाल गर्ग भीलवाड़ा, डा आनन्द प्रकाश त्रिपाठी लाड़नूं , प्रभात सवाई माधोपुर, तरूण दाधीच उदयपुर, डा कृष्ण कुमार आशु गंगानगर को बाल साहित्य मनीषी सम्मान प्रदान किया गया. इस अवसर पर अकादमी की ओर से प्रकाशित बाल साहित्यकारों की 57 पुस्तकों का लोकार्पण किया गया. राजस्थान लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष डा राजीव अरोड़ा मुख्य अतिथि रहे वहीं कला संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव डा गायत्री राठौड़ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. अकादमी के चेयरमैन इकराम राजस्थानी ने कहा कि अकादमी बचपन संवारने के कार्य कर रही है. बाल मेला, बाल फिल्म निर्माण, बाल साहित्य लेखन समेत बच्चों से जुड़े विभिन्न आयोजन अकादमी की ओर से करवाए जाएंगे. कार्यक्रम के दौरान रंगायन के बाहर भोपाल की इकतारा संस्था की सहभागिता में पुस्तक व पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. नौनिहाल के तहत अक्षत सोनी, हिमाक्षी सोनी ने बांसुरी वादन की प्रस्तुति दी. दिव्य दृष्टि बालकों ने भी गायन किया. वरिष्ठ साहित्यकार फारूक आफरीदी, प्रो. सतीश राय, अकादमी उपाध्यक्ष बुलाकी दास समेत अकादमी के पदाधिकारी, साहित्यकार व कला प्रेमी इस दौरान मौजूद रहे.