वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वैदिक विज्ञान केंद्र में डॉ मदन गोपाल शर्मा की पुस्तक ‘कुंडली स्वयं बोलती हैः प्रत्यक्ष फलित ज्योतिष’ पुस्तक का लोकार्पण हुआ. श्री सीता राम मंदिर चित्रकूट धाम की ओर से आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रो नागेन्द्र पांडेय थे. लेखक डॉ मदन गोपाल शर्मा ने कहा कि षोडश वर्गों में नक्षत्रों का प्रयोग एवं कुंडलिनियों में नौ ग्रह राशि-अंश-कला-विकला का सूक्ष्म अध्ययन करते हुए इस पुस्तक को लिखा गया है. कुंडली के द्वादश भाव विश्व के समस्त विषयों को अपने गर्भ में रखे हुए है. आपने अपने अनुभवकाल में द्वादश राशियों में सभी वर्गों के नक्षत्रों सहित जनमानस की कुण्डलियां देखी हैं.
कार्यक्रम में मौजूद सभी वरिष्ठजनों ने पुस्तक के बारे में अपने-अपने विचार व्यक्त किए. वक्ताओं का मानना था कि निश्चित ही यह पुस्तक ज्योतिष विज्ञान में रुचि रखने वाले छात्रों एवं विद्वानों के लिए लाभप्रद सिद्ध होगी. यह पुस्तक जनमानस को दैवज्ञजनों के माध्यम से सुखों की अनुभूति कराएगा. कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों ने महामना मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया. इसके पश्चात दीप प्रज्ज्वलन एवं वैदिक मंगलाचरण से कार्यक्रम की शुरुआत हुई. पुस्तक लोकार्पण के दौरान शहर के प्रबुद्ध लोगों के अतिरिक्त विश्वविद्यालय के आचार्य डॉ हरेकृष्ण मिश्रा, प्रो पतंजलि मिश्र, प्रो हरीश्वर दीक्षित, प्रो प्रद्युम्न शाह, डॉ नारायण प्रसाद भट्टराई, डॉ श्रीराम एस, डॉ सुनील कुमार गुप्ता, डॉ सिद्धिदात्रि भारद्वाज, डॉ सन्नालाल मौर्या, डॉ विकास खत्री आदि उपस्थित थे.