लेहः लद्दाख पुस्तक महोत्सव का दूसरा दिन युवा दिमागों को प्रेरित और शिक्षित करने के लिए डिज़ाइन किए गए आकर्षक सत्रों और परस्पर संवाद कार्यशालाओं के साथ शुरू हुआ. राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा केंद्र शासित लद्दाख प्रशासन के सहयोग से आयोजित ‘लद्दाख पुस्तक महोत्सव‘ में दूसरे दिन की शुरुआत वैदिक गणित पर ‘प्लेइंग विद नंबर्स: द वैदिक वे‘ नामक एक आकर्षक सत्र के साथ हुई, जहां प्रसिद्ध गणितज्ञ विवेक कुमार ने वैदिक गणित की छिपी हुई तकनीकों को उजागर करने में अपनी विशेषज्ञता से छात्रों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस सत्र ने प्रतिभागियों के लिए एक मानसिक कसरत प्रदान की क्योंकि उन्हें वेदों से प्राप्त गणितीय युक्तियों से परिचित कराया गया. समस्या-समाधान अभ्यासों के माध्यम से छात्रों ने अपने गणितीय कौशल को निखारा और संख्याओं के जादू की खोज की.
युवा कल्पना को पोषित करने की भावना से कोमल नरवानी द्वारा एक मनोरम कहानी निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस सत्र में प्रिय कार्टून और कॉमिक पात्रों के दायरे पर प्रकाश डाला गया, जिससे छात्रों को रचनात्मक यात्रा शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. नरवानी द्वारा निर्देशित इस कार्यशाला में छात्रों ने अपने कार्टून चरित्रों को जीवन में लाने के लिए अपने पसंदीदा पात्रों को आधार बनाकर और अपनी कल्पनाशीलता का उपयोग कर अनूठी कथाएं तैयार करना सीखा. इसके बाद, एनबीटी-इंडिया द्वारा एक रोमांचक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता ‘साहित्य, स्वतंत्रता सेनानी, स्वतंत्रता आंदोलन और लद्दाख- ऊंचे दर्रों की भूमि‘ विषय पर हुई. 250 से अधिक उत्साही छात्रों ने अपने ज्ञान और सीखने के जुनून का प्रदर्शन करते हुए इस प्रतियोगिता में सक्रिय रूप से भाग लिया. सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों को पुस्तकें प्रदान की गईं. दिन की गतिविधियों का समापन एक मनोरम सत्र में हुआ, जिसमें थिएटर के माध्यम से लद्दाख की लोककथाओं का पता लगाया गया. सम्मानित वक्ता नाटककार मिफाल ओट्सल ने मंच संभाला. उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों में थिएटर की अमूल्य भूमिका पर प्रकाश डाला.