नई दिल्ली: जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य बशिष्ठ नारायण सिंह के कृतित्व और विचारों पर लिखी गई पुस्तक ‘लोकतन्त्र के पहरुआ‘ का लोकार्पण बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. वाणी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक बताती है कि बिहार की धरती राजनीति का गढ़ भी रही है. ऐसे में राजनीति में आ रहे उतार-चढ़ाव को समझने के लिए यह पुस्तक सिद्धांतों के धरातल पर खरी उतरती है. इस अवसर पर कुमार ने समाजवादी आन्दोलन में बशिष्ठ नारायण सिंह के योगदान और उनकी भूमिका को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि बशिष्ठ नारायण सिंह जनता दल ‘यूनाइटेड‘ के लिए एक धरोहर हैं. इन्होंने हमेशा से मेरा मार्गदर्शन किया है और आगे भी इनके मार्गदर्शन की आवश्यकता मुझे रहेगी और इन्हें मैं और बड़ी ज़िम्मेदारी दूंगा.
वाणी प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अरुण माहेश्वरी ने कहा कि हमारे समूह में भारतीय राजनीति से संबंधित पुस्तकों की एक विशाल परम्परा है. इस परम्परा में समाजवादी चिंतक और राजनेता बशिष्ठ नारायण सिंह की पुस्तक युवाओं के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी.अन्य वक्ता विद्वानों ने भी ‘लोकतन्त्र के पहरुआ‘ पुस्तक के बहाने बशिष्ठ नारायण सिंह की वैचारिकी, उनके राजनीतिक योगदान और जीवन मूल्यों के प्रति उनकी निष्ठा और सहजता को उद्घाटित किया. मंच संचालन पुस्तक के संपादक डा विनय कुमार ने किया. इस अवसर पर बिहार सरकार के उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नंदकिशोर यादव, विजय चौधरी, संजीव झा, प्रो एसपी शाही, निशा मदन, प्रो राजेश झा, डा सत्य प्रकाश सिंह सहित बड़ी संख्या में राजनीतिक कार्यकर्ता और बशिष्ठ नारायण सिंह के परिजन उपस्थित रहे.