नई दिल्ली: “छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे देश के महान प्रतीक हैं और सदियों से हम सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे हैं. उनके जीवन पर आधारित यह ऐतिहासिक प्रदर्शनी हमें उनके जीवन के बारे में बहुत कुछ जानने और समझने का अवसर प्रदान करती है.” केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह बात इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ‘आईजीएनसीए‘ और राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय ‘एनजीएमए‘ द्वारा आयोजित शिवाजी महाराज की 115 आयल पेंटिंग्स की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कही. यह प्रदर्शनी छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी. पिछले 15 दिनों में बड़ी संख्या में कला प्रेमी, विशेष रूप से युवा, इस प्रदर्शनी को देखने आए. संस्कृति मंत्री ने कहा कि यह शिवाजी से जुड़ा यह संग्रह राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है.
याद रहे कि छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़े इन चित्रों को पद्म विभूषण बाबासाहेब पुरंदरे के मार्गदर्शन में श्रीकांत चौघुले और उनके बेटे गौतम चौघुले ने बनाया है. हाल ही में इन चित्रों के संग्रहकर्ता दीपक गोरे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना से प्रेरित होकर इस संग्रह को एक विरासत संपत्ति के रूप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ‘आईजीएनसीए‘ को सौंप दिया है. संस्कृति मंत्रालय एक स्थायी गैलरी बनाने और इस प्रदर्शनी को देश भर के अन्य स्थानों पर ले जाने की योजना बना रहा है. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ‘आईजीएनसीए‘ के सदस्य सचिव डा सच्चिदानंद जोशी और राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय ‘एनजीएमए‘ के महानिदेशक संजीव कुमार गौतम भी उपस्थित थे.