उनके लेखन में बहुलता और विविधता की आभा थी: मनोहर श्याम जोशी स्मृति व्याख्यानमाला में प्रो अनुपम जोशी
नई दिल्लीः "मनोहर श्याम जोशी मूलतः प्रश्नाकुल लेखक थे, जिन्होंने कभी साहस का साथ नहीं छोड़ा. आज के समय में लेखकों में उनकी तरह की भाषा में बड़ी बातों को लिखने का [...]