संस्कृत सिर्फ एक भाषा नहीं, एक जीवन पद्धति, एक दर्शन है जो मानवता को परिभाषित करती है: उपराष्ट्रपति धनखड़
नई दिल्ली: भाषा सिर्फ संवाद का जरिया नहीं है. यह सांस्कृतिक मूल्यों, परंपराओं और सामाजिक मानदंडों को भी दर्शाती है. संस्कृत का भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान से गहरा [...]