राजकमल चौधरी की पुण्यतिथि और अमृता शेरगिल के लिए लिखी उनकी कविता
राजकमल चौधरी हिंदी व मैथिली के ऐसे अद्भुत रचनाकार थे, जिनका जिक्र किए बिना आधुनिक हिंदी साहित्य की बात हो ही नहीं सकती. चाहे कविता, कहानी, उपन्यास, निबंध, आलोचना हो [...]
राजकमल चौधरी हिंदी व मैथिली के ऐसे अद्भुत रचनाकार थे, जिनका जिक्र किए बिना आधुनिक हिंदी साहित्य की बात हो ही नहीं सकती. चाहे कविता, कहानी, उपन्यास, निबंध, आलोचना हो [...]
नई दिल्ली: 'हिंदी साहित्य का इतिहास अध्ययन की नई दृष्टि' व्याख्यान माला के तहत वाणी प्रकाशन के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर 'नई कविता एक पुनर्विचार' विषय पर वक्तव्य देते हुए [...]
नई दिल्लीः भारत में कोरोना बीमारी अपने डैने तेजी से फैला रही है. ऐसे में लॉकडाउन में किताबों ने सबसे अहम भूमिका अदा की है. पाठकों, लेखकों और साहित्य प्रेमियों [...]
हम पढ़ रहे थे ख़्वाब के पुर्ज़ों को जोड़ के आँधी ने ये तिलिस्म भी रख डाला तोड़ के...आज अख़लाक़ मुहम्मद ख़ान की जयंती है. हिंदी साहित्य और उर्दू शायरी [...]
नई दिल्लीः माटी की सुगंध व्हाट्सएप समूह के तत्वावधान में पुष्प शीर्षक से कवि सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया. अध्यक्षता जाने-माने गीतकार डॉ जयसिंह आर्य ने की. मुख्य अतिथि [...]
नई दिल्लीः 'इतिहास मात्र घटनाओं का संकुल और महत्त्वाकांक्षियों की नियति के उतार-चढ़ाव का दस्तावेज़ ही नहीं है. उसके विराट मंच पर उभरे काल-प्रेरित अभिनेताओं के मनोजगत की उथल-पुथल से [...]
भोपालः ललित कलाओं के लिए समर्पित भोपाल की संस्था 'स्पंदन' ने हिंदी साहित्य और प्रदर्शनकारी कला क्षेत्र में काम करने वाले साहित्यकारों, कलाकारों को सम्मानित करने का क्रम बरकरार रखते [...]
नई दिल्ली: हिंदी साहित्य का इतिहास अध्ययन की नई दृष्टि व्याख्यानमाला में 'खड़ी बोली कविता की जमीन और द्विवेदी युग' विषय पर बोलते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर प्रभाकर [...]
नई दिल्लीः आनंद मोहन जुत्शी मूलतः कश्मीरी थे, लेकिन उनके जन्म और कर्म की धरती दिल्ली थी. इसीलिए इस कश्मीरी पंडित को अपनी सरजमीं से इतना लगाव हुआ कि अपना [...]
नई दिल्ली: आज जिस तेजी से दुनिया बदल रही रही है उतनी ही तेजी से साहित्यक विधाओं की प्रकृति और सरंचना भी. इसी के मद्देनजर वाणी प्रकाशन और डॉ प्रभाकर [...]