युवा प्रतीक्षा नहीं करता, ढूंढ़ लेता है अपनी चाहत का साहित्य
प्रभात कुमार पाठकl जागरण गोरखपुर: ‘तुमने जहां प्रेम लिखा है, वहां सड़क लिख दो...मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता, हमारे युग का मुहावरा है’। युवा अपनी चाहत का साहित्य ढूंढ़ लेता है। संचार क्रांति [...]