भारत हजारों साल प्राचीन, साहित्य ने निरंतर भारतीयता का सृजन और पोषण किया: राज्यपाल आरएन रवि
चेन्नई: "भारत की विविधता में ही उसकी एकात्मकता निहित है. वह अलग-अलग भाषाओं, अलग-अलग राज्यों, अलग-अलग संस्कृति और अलग-अलग समुदायों, धर्मों में एक धड़कन की तरह रहता है. हमारा साहित्य हमारी इसी धड़कन को [...]