प्रामाणिक संवाद और सार्थक अभिव्यक्ति की कमी से आजकल संस्थागत चुनौतियां उत्पन्न होती हैं: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
नई दिल्ली: "आजकल की संस्थागत चुनौतियां, भीतर और बाहर से, अक्सर प्रामाणिक संवाद और सार्थक अभिव्यक्ति की कमी से उत्पन्न होती हैं. अभिव्यक्ति और संवाद लोकतंत्र के अनमोल रत्न हैं. अभिव्यक्ति और संचार [...]