गाजीपुर: उत्थान फाउंडेशन बयेपुर देवकली के राम दरबार सभागार में ‘सनातन धर्म की प्रासंगिकता‘ विषयक संगोष्ठी का आयोजन हुआ. संगोष्ठी के मुख्य वक्ता थे जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा. सिन्हा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सनातन धर्म जिस नींव पर स्थापित है, वह समय काल से परे है तथा कभी भी पुरातन नहीं हो सकता. आज जाति पंथ के आधार पर भेद पैदा करने वाले यह नहीं जानते कि देव पुरुषों द्वारा प्रणीत तथा ऋषियों मुनियों द्वारा पुष्पित-पल्लवित सनातन धर्म सदैव ही सूर्य के प्रकाश की भांति हमारा मार्ग दर्शन करता रहेगा और सनातन विरोधी हमेशा मुंह की खाते रहेंगे. अध्यक्षीय सम्बोधन करते हुए पद्मश्री से सम्मानित अशोक भगत ने कहा कि नगरीय और वनवासी समाज भगवान राम और उनसे भी पहले एकरस समानता के भाव से सह-अस्तित्व में रहता आया है. जिसका प्रमाण है भगवान राम का माता शबरी एवं निषाद राज के प्रति अनन्य प्रेम.
भगत ने कहा कि देश विभाजक शक्तियां तरह तरह के कुतर्क और कुतथ्य की आड़ में हम सनातनियों के बीच बैमनस्यता फैलाना चाहते हैं लेकिन वे कभी भी इसमें कामयाब नहीं हो सकते क्योंकि सनातन की जड़ें अत्यंत गहरी हैं. इससे पहले यूश महाराज, महंत राजेंद्र दास ‘बापूजी‘, अधिवक्ता रणजीत सिंह, समाज सेवी सच्चिदानंद राय, तेजू बिन्द, मुन्ना मास्टर, राममूर्ति बांसफोर और रामराज वनवासी ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया. सच्चिदानंद राय ने विषय प्रवर्तन किया जबकि डा श्रीकान्त पाण्डेय, डा व्यासमुनि राय ने मुख्य वक्तव्य दिया. सेवा समर्पण संस्थान के मंत्री जितेन्द्र सिंह ने आभार ज्ञापन किया. इस आयोजन में बबलू जायसवाल, वीरेन्द्र चौहान, संजय राम, प्रदीप कुमार, सतेन्द्र प्रजापति तथा उत्थान छात्रावास के बच्चों की प्रमुख भूमिका रही . कार्यक्रम का संचालन उत्थान के संस्थापक सचिव ई संजीव गुप्त ने किया.