‘नयका भोर’ और ‘रमरतिया’ जैसी कृतियों से मगही साहित्य में जान फूंकने वाले बाबूलाल मधुकर नहीं रहे
पटना: तुम्हारी अर्चना कर सकूं, तुम्हारी वंदना कर सकूं, ऐसा कोई विश्वास तो, तुमने दिया नहीं!... मगही और हिंदी के यशस्वी कवि और बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य बाबूलाल मधुकर के निधन [...]