भारत का तिरंगा लहराया झूम उठी तरुणाई है, मेरे भारत में भगवा की मस्ती छाई है… कविता-रस में डूबी मंदसौर की एक शाम
मंदसौर: 'दुख के लम्हों में आंखों से आंसू बन बहती हिंदी, सुख के क्षणों में होठों की मुस्कान बनी रहती हिंदी.' अपनी भाषा, साहित्य और मालवी अस्मिता से जुड़ी अहम [...]