हरिद्वार: अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति हरिद्वार और रुड़की की साहित्यिक संस्था नव सृजन के संयुक्त तत्वावधान में वरिष्ठ साहित्यकार सुरेंद्र कुमार सैनी के साहित्यिक अवदान पर आयोजित कार्यक्रम में ‘प्रज्ञान विश्वम‘ का लोकार्पण संपन्न हुआ. इस अवसर पर जिन हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई उनमें मुख्य अतिथि श्याम सिंह नागयान, विशिष्ट अतिथि साहित्यकार एवं विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के प्रतिकुलपति डा श्रीगोपाल नारसन, नवसृजन अध्यक्ष डा शालिनी जोशी पंत, मधु मिश्रा, उत्तराखंड के संयुक्त शिक्षा निदेशक डा आनंद भारद्वाज, शिक्षाविद सुबोध पुंडीर ‘सरित‘ एवं स्वयं साहित्यकार सुरेंद्र कुमार सैनी उपस्थित रहे.
याद रहे कि प्रज्ञान विश्वम का संयुक्त संपादन सुरेश नीरव, अन्नदा पाटनी, डा भावना कुंवर, प्राची चतुर्वेदी रंधावा, संगीता चौबे पंखुड़ी और शिप्रा शिल्पी ने किया है. कार्यक्रम में स्थानीय कवियों के अतिरिक्त डा विजेंद्र पाल शर्मा व विनोद भृंग, राजेश प्रभाकर, राजेंद्र विश्वकर्मा तथा सुभाष सैनी व सुमन सैनी ने कविता पाठ किया. इस अवसर पर उपस्थित सुरेश नीरव ने कहा कि साहित्य की दुनिया में तमाम ऐसे रचनाकार होते हैं जो कविताएं लिखते हैं. मगर ऐसे लोग बिरले ही होते हैं जिन्हें स्वयं कविता लिखती है, जो कविता में होते हैं और कविता उनमें होती है. सुरेंद्र कुमार सैनी सृजन के एक ऐसे ही अप्रतिम हस्ताक्षर हैं, जिन्हें पढ़ना और सुनना अनुभूतियों का एक उत्सव होता है.