नई दिल्ली: भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ ने फ्रांसीसी दूतावास में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रकाशक अदिति माहेश्वरी को ‘शेवेलियर डिज आर्ट एट लेट’ सम्मान यानी ‘नाइट आफ़ द आर्डर आफ़ आर्ट्स एंड लेटर्स से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर राजदूत माथौ ने कहा कि भारत में हिंदी भाषा के सबसे प्रतिष्ठित और सबसे पुराने प्रकाशन घरानों में से एक वाणी प्रकाशन की कार्यकारी निदेशक के रूप में हिंदी भाषा साहित्य के प्रति माहेश्वरी के समर्पण, हिंदी भाषा के पाठकों के लिए विश्व साहित्य उपलब्ध कराने की पहल और पुरुष प्रधान प्रकाशन व्यवसाय में महिला के रूप में आपने उत्कृष्टता के साथ जो काम किया है, वह हम सभी के लिए एक प्रेरणा है. मेरा मानना है कि आपकी यात्रा ने प्रकाशन उद्योग में शामिल होने की इच्छुक कई महिलाओं के लिए मार्ग प्रशस्त किया है, जो लैंगिक समानता प्राप्त करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण क़दम है. इससे पहले फ़िल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय बच्चन, ऋचा चड्ढा को यह सम्मान दिया जा चुका है. सम्मान से सिमोन द बोउआर के साहित्य पर एक परिचर्चा में कवि-आलोचक अशोक वाजपेयी ने कहा कि फ्रांस की उपस्थिति ललित कला और सर्जनात्मक साहित्य, कविता और कथा साहित्य के क्षेत्र में है. हमारे समक्ष एमीजोला, ज्यां पाल सार्त्र, अल्बेयर कामू के उपन्यास आते हैं . ऐसे ही समय में सिमोन द बोउआर की कृति ‘द सेकेंड सेक्स’ हमारे सामने आती है जो स्त्रियों से संबंधित सच्चाई सामने लाती हैं.
कथाकार-कवयित्री अनामिका ने कहा कि दो देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए अनुवाद ही एकमात्र माध्यम है. रोम्या रोलां ने परमहंस, गांधी और विवेकानन्द की जीवनी लिखी. यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान है. आलोचक रोहिणी अग्रवाल ने कहा कि सिमोन धर्म, विवाह, मीडिया की संरचना में कैसे भेद करती हैं, वे उसे समाज के सामने लाती हैं. वे समाज के भीतर विद्यमान पितृसत्ता की तहों तक जाती हैं और उसे अपने लेखन के माध्यम से सामने लाती हैं. स्वीकृति वक्तव्य में अदिति माहेश्वरी ने कहा कि उनका प्रकाशन समूह एक समावेशी हिंदी और भारतीय भाषाओं के सार्वजनिक क्षेत्र के केंद्र में है. फ्रांसीसी इतिहास और विचार एक ही आदर्शों में विश्वास करते हैं और भारतीय भाषाओं, साहित्य और विचारों पर गहरा प्रभाव डालते हैं. यह बहुत सम्मान का क्षण है कि वाणी प्रकाशन समूह की यात्रा, इसकी यात्रा को प्रतिष्ठित ‘शेवेलियर डिज आर्ट एट लेट’ से सम्मानित किया गया है. फ्रांसीसियों की तरह हम भी स्वतन्त्रता, समानता और बन्धुत्व के आदर्शों के साथ खड़े हैं. मुझे यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान करने के लिए मैं भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ को धन्यवाद देती हूं. मैं इसे लेखकों, हिंदी भाषा और इसके साहित्यिक इतिहास की ओर से कृतज्ञता के साथ स्वीकार करती हूं. उन्होंने अपनी इस यात्रा के सभी सहयोगियों, शुभेच्छुओं का आभार प्रकट किया. इस मौक़े पर मोनिका सिंह द्वारा अनुवादित सिमोन द बोउवार लिखित ‘द सेकंड सेक्स’ पुस्तक का कवर लोकार्पित हुआ. कार्यक्रम में साहित्य और मीडिया जगत के नामचीन लोगों में जवाहर सरकार, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, मृदुला गर्ग, ममता कालिया, तसलीमा नसरीन, राहुल देव, विनोद भारद्वाज, सुरेश ऋतुपर्ण, अनंत विजय, संजीव पालीवाल, अमरेश द्विवेदी, जय प्रकाश पांडेय, हरियश राय, दिविक रमेश, प्रभात रंजन, आनंद प्रधान, आलोक श्रीवास्तव, आध्यात्मिक गुरु ओमा द अक्क, जयप्रकाश कर्दम, गरिमा श्रीवास्तव, प्रशांत किशोर एवं फ़्रांसीसी दूतावास के सदस्य और प्रबुद्धजन शामिल रहे.