जयपुर: राजस्थान विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो अल्पना कटेजा ने अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर सुनीता अग्रवाल एवं डा प्रीति चौधरी द्वारा संपादित पुस्तक ‘फिल्म्सफैंटेसी एंड मल्टीवर्स‘ का विमोचन किया. प्रो कटेजा ने संपादकों को बधाई देते हुए कहा कि अकादमिक समुदाय में ऐसे नवाचारों की अत्यधिक आवश्यकता हैजिससे हम एकत्रित ज्ञान को संकलित कर साझा कर सकें. अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष और पुस्तक की संपादक प्रो सुनीता अग्रवाल ने बताया कि बदलते परिप्रेक्ष्य में यह विषय सामयिक दृष्टि से बहुत ही प्रासंगिक है. यह किताब न केवल अंग्रेजी साहित्य वरन अंतर अनुशासनात्मक पाठकों के लिए भी बहुपयोगी साबित होगी.

प्राचीन साहित्य से लेकर माडर्न लिटरेचर की विविधताओं को रेखांकित करती यह पुस्तक इस विषय के शोधार्थियों के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है. अंग्रेजी विभाग की सहायक आचार्य एवं पुस्तक की संपादक डा प्रीति चौधरी ने बताया कि किताब में प्राचीन काल की माइथोलाजी से लेकर साई-फाईक्लाइ-फाई जैसे विषयों पर भी लेख संकलित हैंजो कि ईको-क्रिटिकल डिस्कोर्स से लेकर मल्टीवर्सेज पर पोस्ट-स्ट्रक्चरलिस्ट विश्लेषण प्रस्तुत करते हैं और शोध के लिए महत्त्वपूर्ण विषयों को उल्लेखित करते हैं. संपादकों ने बताया कि यह किताब साहित्यमीडिया जैसे अन्य संकायों के लिए बेहद उपयोगी है और विविध विषयों में अनुसंधान के नये आयामों को दिशा देगी.