प्रयागराजः हिंदुस्‍तानी अकादमी प्रयागराज ने गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान समेत आठ पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. अकादमी के अध्यक्ष डॉ उदय प्रताप सिंह ने पुरस्‍कारों की घोषणा करते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद चयनित रचनाकारों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ सम्मानित करेंगे. अकादमी का सबसे प्रतिष्ठित गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान गोरखपुर के डॉ प्रदीप कुमार राव को प्रदान किया जाएगा. राव को उनकी कृति 'गुरु गोरक्षनाथ एवं आदिकालीन साहित्य' पर कार्य के लिए पांच लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी. 2.50 लाख रुपए का गोस्वामी तुलसी दास सम्मान 'रामचरित मानस की पांडुलिपियां' पुस्तक के लिए संयुक्त रूप से पांडुलिपि विशेषज्ञ उदयशंकर दुबे व बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग के प्रो विजयनाथ मिश्र को प्रदान किया जाएगा. 'धर्मचक्र' पुस्तक पर दो लाख रुपए का भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान शहर के ही डॉ विजयानंद को दिया जाएगा.
इसी तरह 'हिंदी भाषा के आयाम' पुस्तक पर दो लाख रुपए का महावीर प्रसाद द्विवेदी सम्मान मऊ के डॉ सर्वेश पांडेय को देने का निर्णय लिया गया है. एक लाख रुपए का फिराक गोरखपुरी सम्मान अंबेडकर नगर के रामसहाय मिश्र कोमल शास्त्री को दिया जाएगा. उनको यह सम्मान उनकी कृति 'वक्त के बाजार में' के लिए प्रदान किया जाएगा. इस बार का कुंभनदास ब्रजभाषा सम्मान हाथरस के भोजराज सिंह भोज को देने का निर्णय लिया गया है. यह पुरस्कार उनको 'अन्नदाता-किसान' पुस्तक के लिए दिया जाएगा. लखनऊ की गरिमा सक्सेना को उनकी काव्य रचना 'मैं छिपा सूरज कहां' के लिए 11 हजार रुपए के हिंदुस्तानी अकादमी युवा लेखन सम्मान (कविता) से नवाजा जाएगा. इन्हीं सम्‍मानों में कुलदीप राघव को उनके उपन्‍यास 'इश्क मुबारक' के लिए 11 हजार रुपए का हिंदुस्तानी अकादमी युवा लेखन सम्मान (कथा) प्रदान किया जाएगा. कुलदीप राघव युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. वह नरेंद्र मोदी- एक शोध एवं आईलवयू जैसी पुस्‍तकें लिख चुके हैं. रेडग्रैक बुक्‍स द्वारा प्रकाशित 'इश्‍क मुबारक' इसी वर्ष जनवरी में रिलीज हुई थी और यह अमेजन बेस्‍ट सेलर भी रही. इस पुस्‍तक की पांच हजार से अधिक प्रतियां प्रकाशित हो चुकी हैं. कुलदीप मूलरूप से खुर्जा के रहने वाले हैं.