नई दिल्लीः पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर द्वारा संपादित पुस्तक अब अनूदित होकर 'स्वच्छ भारत क्रांति' के नाम से हिंदी में आई है. पहले 'स्वच्छ भारत रिवोल्यूशन' के नाम से यह अंग्रेजी में छपी थी. इस पुस्तक का लोकार्पण केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एवं केंद्रीय कपड़ा एवं महिला तथा बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने किया. विमोचन के बाद पुस्तक और स्वच्छ भारत मिशन पर दोनों मंत्रियों एवं लेखक परमेश्वरन अय्यर ने चर्चा की, जिसे वेबकास्टिंग के जरिये एसबीएम के लाखों प्रक्षेत्र पदाधिकारियों ने देखा. स्वच्छ भारत क्रांति पुस्तक एसबीएम के हितधारकों एवं योगदानदाताओं द्वारा एसबीएम की उल्लेखनीय यात्रा को 35 निबंधों के जरिये दर्शाती है, जिन्होंने इस सामाजिक आंदोलन पर अपना दृष्टिकोण साझा किया. ये निबंध चार प्रमुख वर्गों में व्यवस्थित किये गए हैं, जो एसबीएम की सफलता के चार प्रमुख स्तंभ हैं: राजनीतिक नेतृत्व, सार्वजनिक वित्तपोषण, साझीदारियां एवं जनभागीदारी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावना के साथ, अरुण जेटली, अमिताभ कांत, रतन टाटा, सदगुरु, अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, तवलीन सिंह, बिल गेट्स एवं अन्य लोगों द्वारा लिखे गए निबंध इसमें शामिल हैं.
इस अवसर पर मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना था कि भारत स्वच्छता के मामले में विश्व के अग्रणी देशों में से एक बन गया है. कई देश अब भारत से अनुभव सीख रहे हैं कि कैसे 50 करोड़ लोगों ने केवल पांच वर्षों में ही शौचालयों का उपयोग करना आरंभ कर दिया और खुले में शौच करना बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि वह प्रसन्न हैं कि स्वच्छ भारत क्रांति के जरिये इस यात्रा को भारत के केंद्रीय स्थल के लाखों पाठकों द्वारा साझा किया जा सकेगा. मंत्री स्मृति इरानी का कहना था कि वह महिलाओं द्वारा स्वच्छ भारत मिशन को वास्तव में एक जन आंदोलन बनाने में निभाई गई भूमिका को लेकर गौरवान्वित महसूस करती हैं. उन्होंने कहा कि एसबीएम नारी शक्ति का एक सच्चा उदाहरण है और वह यह सुनिश्चित करेंगी कि जो लाभ अभी तक हासिल किया गया है, उसे एसबीएम के अगले चरण तक ले जाने में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभाती रहें. उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि देश की महिलाएं भविष्य में भी खुले में शौच का सहारा न लें. दोनों मंत्रियों ने इस कार्यक्रम के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये स्वच्छग्राहियों, प्रक्षेत्र पदाधिकारियों एवं राज्य सरकार के अधिकारियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए.