नई दिल्लीः केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ का कहना है कि आने वाले वर्षों में युवा वर्ग देश का भविष्य तय करेगा और राष्ट्र निर्माण में उनकी अहम भूमिका होगी. युवाओं में लोगों की सोच बदलने की ताकत है. केंद्रीय मंत्री ने यह बात शिक्षा के क्षेत्र में अपनी निज भाषा के माध्यम से काम करने वाली युवा सामाजिक कार्यकर्ता अंजु रानी को सम्मानित करते हुए एक कार्यक्रम के दौरान कही. इस मौके पर मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे. निशंक ने गांव से बाल श्रम को समाप्त करने और ऐसे बच्चों के माता-पिता को अपने बच्चे को पढ़ने के लिए भेजने के अंजु रानी के प्रयासों की सराहना की. निशंक का कहना था कि अंजु रानी के निरंतर प्रयासों के कारण उसके जिले में स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ चुके लगभग 700 बच्चों का स्कूलों में फिर से नाम लिखाया गया. अंजु रानी का 'बुलंद उड़ान अभियान' कई अन्य मुद्दों पर काम कर रहा है. इसके तहत अब तक 965 बाल अत्याचार मामलों को हल किया गया है, 40 बाल विवाह को रोका गया है और 15 यौन-उत्पीड़न के मामलों में प्रभावी हस्तक्षेप किया गया है.
निशंक ने कहा कि अंजु कई विषमताओं और असमानताओं के खिलाफ लड़ने के लिए आगे आई है और इस तरह उसने राष्ट्र निर्माण में बड़ा योगदान किया है. ऐसे में उसके परिवार, समुदाय, समाज, सरकार और सहयोगियों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे लोग इस काम में अंजु का पूरा सहयोग करें. उन्होंने समग्र शिक्षा के प्रयासों में अंजु रानी को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया. याद रहे कि केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी की पहल पर देश के सभी मंत्रालय 1 मार्च से 8 मार्च तक महिला सप्ताह मना रहे हैं. इसी के तहत अंजु रानी के सम्मान से पहले भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सामाजिक बदलाव में अहम योगदान करने वाली कुछ युवा महिलाओं को भी सम्मानित किया था. इस क्रम में केंद्रीय मंत्री निशंक ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय की अपनी मेहनत व लगन से आगे बढ़ने वाली महिला कर्मचारियों को भी सम्मानित किया था. उस कार्यक्रम में मानव संसाधन विकास, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री धोत्रे संजय शामराव भी शामिल हुए थे.