नई दिल्लीः हिंदी के सुपरिचित कवि, गीतकार और समीक्षक डॉ ओम निश्चल को कोलकाता की विचारमंच संस्था द्वारा वर्ष 2019 के प्रो कल्याणमल लोढ़ा साहित्य सम्मान से सम्मानित किए जाने की घोषणा हुई है. यह निर्णय सरदारमल कांकरिया, संगठन मंत्री के संयोजन में गठित निर्णायक समिति द्वारा लिया गया. ज्ञातव्य है कि विचारमंच संस्था पिछले 32 वर्षों से अध्यात्म, साहित्य, समाज, राजनीति, कला, संगीत एवं नृत्यं आदि विविध क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान करने वाले 3 विशिष्ट व्यक्तियों को सम्मानित करता आ रहा है. डॉ. ओम निश्चल हिंदी के सुपरिचित कवि, आलोचक एवं भाषाविद हैं. कविता, आलोचना, निबंध, संस्मरण विधाओं एवं भाषा एवं संस्कृति विषय पर उनकी 30 से ज्यादा पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. जिनमें कविता संग्रह शब्द सक्रिय हैं, निबंध भाषा की खादी, आलोचना पुस्तकें द्वारिकाप्रसाद माहेश्वरी: सृजन एवं मूल्यांकन; शब्दों से गपशप; कुंवर नारायण: कविता की सगुण इकाई; कविता के वरिष्ठ नागरिक; समकालीन कविता: ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्यप; कविता का स्थापत्य एवं खुली हथेली और संस्मरण तुलसीगंध शामिल है. व्यावसायिक हिंदी के क्षेत्र में उनके द्वारा रचित बैकिंग वांड्मय सीरीज के पांच खंड बहुचर्चित रहे हैं.
कई अन्य पुरस्कारों से सम्मानित डॉ ओम निश्चल दक्षिण अफ्रीका के कई नगरों में काव्यपाठ एवं व्याख्यान के साथ मारीशस में आयोजित 11वें विश्व हिंदी सम्मेलन में सहभागिता कर चुके हैं. प्रो कल्याणमल लोढ़ा साहित्य सम्मान उन्हें रविवार 8 दिसंबर, 2019 को कोलकाता में आयोजित होने वाले एक समारोह में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल द्वारा प्रदान किया जाएगा. सम्मान स्वरूप 51000/- रुपए की राशि एवं प्रतीक चिह्न भेंट किया जाएगा. याद रहे कि प्रो कल्या़णमल लोढ़ा, जिनके नाम पर यह पुरस्कार दिया जाता है, जाने-माने निबंधकार, कोलकाता विश्ववविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष, जाधवपर विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षाविद एवं संस्कृतिविद थे. उनके निबंध संग्रह वाग्मिता, वाग्पथ, इतस्ततः, प्रसाद सृष्टि व दृष्टि, वाग्विभा, वाग्द्वार व वाकसिद्धि गंभीर साहित्य चिंतन का रहे पर्याय हैं.