पटनाः अंग्रेजी में पढ़ाई-लिखाई कराने वाले निजी विद्यालयों में हिंदी को महत्त्व देने वाले आयोजनों का चलन बढ़ रहा है और इससे राजभाषा की प्रगति को बल मिल रहा है. स्थानीय सेंट जेवियर्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन ने अपने छात्रों के बीच विविध विषयों पर एक वाक प्रतियोगिता कराई और मुख्य अतिथि के रूप में हिंदी के लिए समर्पित डॉ भावना शेखर को आमंत्रित किया. डॉ जैकब एम ए मेमोरियल अंतर विद्यालयीय वाग्मिता प्रतियोगिता में स्कूली बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा से निर्णायकों को काफी प्रभावित किया. इसीलिए विद्यालय के प्रधानाध्यापक फादर थॉमस वर्गीज़ का कहना था कि इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन से जहां छात्रों के सृजनात्मक विकास को बल मिलता है, वहीं उनमें अपने कौशल को लेकर आत्मबल बढ़ता है.
इस प्रतियोगिता में चार समूहों में विभिन्न वय के लगभग 42 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. छात्रों के बीच चार से अधिक विषयों पर प्रतियोगिता हुई, जिनमें देश भक्ति, हिंदी भाषा, नारी विमर्श, प्लास्टिक हटाओ जैसे सामाजिक मुद्दे शामिल थे. इसके अतिरिक्त छात्र – छात्राओं ने विभिन्न नैतिक विषयों और मूल्यों पर कविताएं भी सुनाईं. बच्चों की सृजनात्मक प्रतिभा से अभिभूत मुख्य अतिथि डॉ भावना शेखर का कहना था कि शुक्र है कि मैं निर्णायक मंडली की सदस्य नहीं थी, क्योंकि ऐसी प्रतिभाओं का मूल्यांकन आसान नहीं था. डॉ पल्लवी बिस्वास, डॉ मीना और श्रीमती शुभलक्ष्मी ने यह दायित्व कुशलतापूर्वक निभाया. अंजला अंजना ने कुशल संचालन कर कार्यक्रम को व्यवस्थित बनाए रखा. अलुमनी असोसिएशन की ऊर्जावान और विदुषी अध्यक्ष डॉ मारिया डीक्रुज की महती भूमिका रही.