वाराणसीः काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के महिला महाविद्यालय ने बेहद अनूठे अंदाज में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद किया। गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर भजन-संगीत का आयोजन किया. इस आयोजन में कबीर दास, संत रैदास और गांधी जी के प्रिय भजन गाए गए. आयोजन का नाम 'गायन कबीर' रखा गया था. इस अवसर पर प्रोफेसर लयलीना भट्ट, प्रोफेसर ऋचा कुमार और ललित कुमार ने कबीर के भजनों के अलावा संत रैदास के भजनों के अलावा संत नरसी मेहता रचित कई भजन गाए. इस अवसर पर कई भूले-बिसरे और प्रसिद्ध गीतों का भी गायन हुआ, जिनमें ब्रह्मानंद रचित भजन 'मन राम नाम तुम गइयो रे' सहित काफी सराहा गया. प्रोफेसर लयलीना भट्ट ने 'भजो रे मन राम गोविंद हरी' को इतनी मधुरता से गाया कि लोग वाह-वाह कर उठे. प्रोफेसर ऋचा कुमार ने संत रैदास के प्रसिद्ध भजन प्रभु जी तुम चंदन हम पानी प्रस्तुत कर समा बांध दिया.
प्रसिद्ध तबला वादक ललित कुमार ने कबीर का प्रसिद्ध भजन 'कौन ठगवा नगरिया लूटल हो' गाकर संगीत संध्या की समृद्धि बढ़ा दी. इस मौके पर कई पारंपरिक भजन भी प्रस्तुत किए गए.अंत में समवेत स्वर में सबने 'वैष्णव जन तो तेने कहिये, जे पीर पराई जाणे रे' और 'रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम' जैसे गांधी जी के बहुत प्रिय भजन गाए. यह एक अनूठा और बहुत सुंदर समागम था, जिसमें महिला महाविद्यालय के संगीत विभाग के विद्यार्थियों की महती भूमिका थी. प्रोफेसर सुषमा त्रिपाठी, प्रोफेसर मीना लाल, प्रोफेसर इनू मेहता, प्रोफेसर अर्चना सिंह, प्रोफेसर सुमन जैन, डॉ मीताली देव, डॉ सरस्वती कुमारी, डॉ प्रतिमा गोंड, डॉ सोमा दत्ता सहित बड़ी संख्या में छात्राएं और गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित थे. संचालन किया शुभांगी श्रीवास्तव ने. प्रोफेसर रीता सिंह ने आभार व्यक्त किया, संयोजन था प्रोफेसर लयलीना भट्ट और प्रोफेसर ऋचा कुमार का.