नई दिल्ली: पद्मश्री से सम्मानित रहे छायाकार और चित्रकार वीरेंद्र प्रभाकर की 10वीं पुण्यतिथि पर राजधानी के कांस्टिट्यूशन क्लब में एक काव्य संध्या और सम्मान समारोह आयोजित हुआ. इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कई व्यक्तियों जिनमें साहित्यकार और कलाकार विशेष रूप से शामिल थे, को सम्मानित किया गया. सम्मानित होने वालों में चर्चित छायाकार रघु राय, अरुण जैमिनी, प्रवीण शुक्ल, अरुण जैन, महेन्द्र अजनबी, राजीव अग्रवाल, प्रेम जी पतंजलि, स्वराज जैन, आचार्य ओम प्रकाश, बाबा कानपुरी शामिल थे. इस मौके पर प्रसिद्ध छायाकार रघु राय ने प्रभाकर के साथ बिताए गए पल को याद किया. बाबा कानपुरी ने अपनी कविता से लोगों को हंसाया. बीते 10 वर्षों से इस आयोजन को हर साल चितर कला संगम की ओर से आयोजित किया जाता है.

याद रहे कि वीरेंद्र प्रभाकर ने अपने कैमरे से भारत के राजनीतिक और सामाजिक इतिहास को संजोया है. उन्होंने दिल्ली की आत्मा को अपने कैमरे के माध्यम से चित्रित किया. उनकी तस्वीरें और विचार आज भी प्रासंगिक हैं. उनकी तस्वीरें कई समाचार पत्रों सहित अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रकाशित हुईं. वर्ष 1983 में भारत सरकार की ओर से उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया. प्रभाकर की 10वीं पुण्यतिथि पर आयोजित काव्य संध्या में अरुण जैमिनी,  बाबा कानपुरी, महेन्द्र अजनबी, प्रवीण शुक्ला सहित अन्य कवियों ने काव्य पाठ किया. यह आयोजन प्रभाकर के पुत्र अशोक जैन और रवि जैन द्वारा अपने पिता के सामाजिक और कलात्मक योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने का एक माध्यम है. समाज के विविध क्षेत्रों से जुडे़ लोगों ने भी अपने विचार रखे.