भिवानी: नवीन रचनाकारों की पीढ़ी को तैयार करने एवं उन्हें मंच प्रदान करने के उद्देश्य से ‘शब्द सृजन संस्थान‘ द्वारा वृंदावन साहित्य महोत्सव का आयोजन स्थानीय वृंदावन शोध संस्थान प्रेक्षागृह में किया गया. इस आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों के 48 कवि-कवयित्रियों ने भाग लिया. शब्द सृजन संस्थान के साहित्य महोत्सव में साहित्यकारों की एक दर्जन पुस्तकों का विमोचन हुआ. महोत्सव के दौरान राष्ट्रीय संगोष्ठी, पुस्तक विमोचन, कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस आयोजन में भिवानी निवासी पूर्व प्राचार्या एवं वरिष्ठ कवयित्री डा अलका शर्मा को साहित्यिक सेवाओं के लिए वृंदावन साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया.
शब्द सृजन संस्थान के अध्यक्ष डा राजीव कुमार पांडेय ने बताया कि संस्थान प्रतिवर्ष देश में बड़े आयोजन करता है, जिसमें देश-विदेश के साहित्कार शामिल होते हैं. उन्होंने कहा कि हिंदी साहित्य भारतीय संस्कृति, परंपरा, और समाज का प्रतिबिंब है. यह अपने समाज और समय को जिस तरह से दर्ज कर रहा है और उसके पीछे साहित्यकारों की जो भूमिका है उसका सम्मान किया जाना चाहिए. पांडेय ने साहित्य के क्षेत्र में डा अलका शर्मा द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की. डा शर्मा को मिले सम्मान से राज्य और शहर के साहित्य जगत और उनके सहयोगी कवि समुदाय में खुशी का माहौल है.