नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने और हिंदी की लोकप्रियता पर अपने उत्साह को उजागर करने का कोई अवसर नहीं छोड़ते. दिल्ली में जहां उन्होंने प्रथम बोडोलैंड महोत्सव के दौरान जहां साहित्य अकादेमी के स्टाल का दौरा किया अपनी नाइजीरिया यात्रा के दौरान हिंदी भाषी प्रेमियों द्वारा दिखाए गए उत्साह की सराहना की. उन्होंने इंदिरा गांधी स्टेडियम में प्रथम बोडोलैंड महोत्सव के उद्घाटन के बाद वहां साहित्य अकादेमी द्वारा लगाए गए बुक स्टाल का भी अवलोकन किया. दो दिवसीय इस उत्सव में बोडो समुदाय की सांस्कृतिकभाषाई और साहित्यिक विरासत को विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा प्रदर्शित किया जाएगा. ‘समृद्ध भारत के लिए शांति और सद्भाव‘ के लिए समर्पित इस उत्सव में 5000 से भी अधिक बोडो प्रतिनिधि सहभागिता कर रहे हैं. साहित्य अकादेमी द्वारा मान्यता प्राप्त भाषाओं में बोडो भाषा भी शामिल है.

उधर एक्स पर अपनी एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि “नाइजीरिया के हिन्दी प्रेमियों ने जिस प्रकार वहां की मेरी यात्रा को लेकर उत्साह दिखाया हैवो हृदय को छू लेने वाला है! अपनी इस यात्रा को लेकर बहुत उत्सुक हूं.” प्रधानमंत्री ने अपना संदेश नाइजीरिया में भारतीय उच्चायोग के आधिकारिक अकाउंट @इंडिया_नाइजीरिया की एक पोस्ट के जवाब में किया है. इस पोस्ट में नाइजीरिया के लोगों को हिंदी भाषा में प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए दिखाया गया है. ज्ञात हो कि जबसे भारत सरकार ने अपनी आठवीं अनुसूची में बोडो भाषा को शामिल किया है तबसे अकादेमीसाहित्य अकादेमी पुरस्कारअनुवाद पुरस्कार और 2010 से बाल साहित्य पुरस्कार एवं 2011 से युवा पुरस्कार भी प्रदान कर रही है. इसके अलावा अकादेमी बोडो भाषा में निरंतर नवीन प्रकाशन के साथ ही अकादेमी द्वारा आयोजित होने वाले विभिन्न प्रादेशिक और राष्ट्रीय कार्यक्रमों में बोडो भाषा के लेखकों और विद्वानों को भी शामिल करती है.