नई दिल्ली: “सफलता का कोई शार्टकट नहीं है – आपको अपने चरित्र और अनुशासन पर कड़ी मेहनत करनी चाहिए. हमारे बहुआयामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, न केवल एक नेता के रूप में बल्कि देश सेवा में डूबे हुए व्यक्ति के रूप में देश के लिए अथक परिश्रम करते हैं. आपको उनके रूप में एक आदर्श मिल सकता है!” यह बात केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने असम के डिब्रूगढ़ में असम मेडिकल कालेज और अस्पताल के 78वें स्थापना दिवस और डिब्रू कालेज के 62वें स्थापना दिवस पर कही. बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने छात्र समुदाय के साथ बातचीत भी की. सोनोवाल ने कहा कि 21वीं सदी प्रतिस्पर्धा की सदी है और हमें सम्मान के साथ सफलता प्राप्त करने के लिए इसमें भाग लेना चाहिए. डिब्रू कालेज आपको उस चुनौती के लिए तैयार करने हेतु विद्यमान है. पूरे पूर्वोत्तर से छात्र यहां पढ़ रहे हैं और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले मानव संसाधनों को यह कालेज प्रशिक्षित कर और निखार रहा है. छात्रों से मेरी अपील है कि वे खुद को विकसित करने पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि समाज में वैज्ञानिक सोच विकसित करने में किसी भी डाक्टर की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है. यह बेहद गर्व की बात है कि असम मेडिकल कालेज की समृद्ध विरासत आप सभी के सुरक्षित हाथों में है, ताकि इस सोच को आगे बढ़ाया जा सके और लोगों के जीवन को शारीरिक और मानसिक रूप से समृद्ध बनाया जा सके.
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा कोविड के खतरे को कम करने के लिए डाक्टर समुदाय के साथ-साथ हमारे वैज्ञानिकों की कुशलता बहुत जरूरी साबित हुई. जहां टीकाकरण ने लोगों को स्वस्थ किया, वहीं डाक्टर समुदाय की निस्वार्थ सेवा ने समुदाय को स्वस्थ बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई. आज जब नैदानिक उत्कृष्टता की बात आती है, तो भारत के डाक्टरों की प्रतिभा सर्वश्रेष्ठ है. चिकित्सा पर्यटन का तेजी से विकास इसका प्रमाण है. आज जब हम समकालीन चिकित्सा पद्धति में उत्कृष्ट हैं. हमारी सदियों पुरानी पारंपरिक औषधीय प्रणालियां तन और मन को स्वस्थ बनाने में कारगर सिद्ध हुई हैं. दुनिया को भारत का सबसे बड़ा साफ्ट पावर निर्यात योग है, जो पूरी मानवता के स्वास्थ्य और मन को स्वस्थ बना रहा है. आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बहुआयामी नेतृत्व में, हम एक समग्र उपचार प्रदान करने और पूर्ण कल्याण के लिए पारंपरिक चिकित्सा की उत्कृष्टता को आधुनिक चिकित्सा के साथ एकीकृत कर रहे हैं. विश्व स्तर के डाक्टर और शोधकर्ता बनने में हमारी प्रतिभा को सहयोग देने के लिए असम मेडिकल कालेज की विरासत को निखारा जाना चाहिए. सोनोवाल ने कहा कि बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए असम सरकार की 300 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता के अलावा, डिब्रूगढ़ एलएससी के सांसद के रूप में मैं इस क्षेत्र में देखभाल और उपचार के अग्रणी केंद्र के रूप में एएमसी की क्षमता को बढ़ाने के लिए निश्चित रूप से इसमें योगदान दूंगा. एएमसी डिब्रूगढ़ का, असम का और पूर्वोत्तर का गौरव है. आप पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे और मानवता का कल्याण करते रहेंगे.