देहरादून: “साहित्य व लेखन विधा ने समाज में जीवन मूल्यों एवं परंपराओं को सुदृढ़ किया है. आज समाज में अध्ययनशीलता और लेखन विधा को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है.” उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने विधानसभा सभागार में आयोजित डा रविंद्र कुमार सैनी के कविता-संग्रह ‘प्रेरणास्रोत‘ का विमोचन करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में समाहित सभी महानुभावों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने को स्थापित किया और इनके जीवन से लेखक ने कुछ न कुछ प्रेरणा प्राप्त की होगी. ऐसे सभी प्रेरणाप्रद व्यक्तियों के जीवन में कोई न कोई सद्गुण रहा होगा, इसलिए ये लोग पुस्तक का अंश बन पाए. हमें भी अपने जीवन की किसी न किसी एक विधा में विशेष योग्यता रखनी होगी. नई पीढ़ी को हमेशा अपनी पूर्वज पीढ़ी से कुछ न कुछ सीखना चाहिए.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी में स्वाध्याय व अध्ययन की प्रवृत्ति कम होती जा रही है. आज हम केवल गूगल के ज्ञान पर ही निर्भर हो रहे हैं, जो विकसित समाज के लिए अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा कि साहित्य सृजन से ही समाज को जागरूक बनाया जा सकता है और स्वस्थ्य मानव संसाधन भी मिल सकते हैं. साथ ही अच्छी पुस्तकें समाज का चित्र बदल सकती है. याद रहे कि डा सैनी के इस कविता संग्रह में 111 व्यक्तियों के जीवन पर कविताएं हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने पुस्तक के रचनाकार रविंद्र सैनी सहित उपस्थित सभी लेखकों और साहित्यकारों का भी धन्यवाद व्यक्त किया. कार्यक्रम में डा एसपी खाली, प्रदीप रावत, विरेंद्र पेटवाल, केके मदान, राजेश सेठी, सीएम पयाल, अनमोल सैनी, जितेंद्र चौधरी और प्रतिभा सिंह आदि उपस्थित थे.