लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कालेज में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में ‘भाल तिलक की बिंदी-हिंदी‘ कार्यक्रम किया. शुभारंभ प्राचार्य डा रमा ने की. अध्यक्षता संस्थान की महामंत्री डा सीमा गुप्ता ने की. विशिष्ट अतिथि के रूप में गाथा की निदेशक डा भावना तिवारी, आकाशवाणी केंद्र नई दिल्ली के सहायक निदेशक राम अवतार बैरवा, डीडी दिल्ली में उर्दू कार्यक्रम निर्माता डा सैय्यद नजम इकबाल एवं अनीता मुकीम ने किया. वाणी वंदना डा निवेदिता शर्मा ने की. इस अवसर पर कविता पाठ और वक्तव्य सम्भव कुमार, डा महेन्द्र प्रजापति, डा निवेदिता शर्मा, डा अवधेश तिवारी, डा गीतिका चतुर्वेदी ने दिया. डा रमा, डा सीमा गुप्ता, डा भावना तिवारी, राम अवतार बैरवा, डा सैय्यद नजम इकबाल, अनीता मुकीम ने ‘भाल तिलक की बिंदी हिंदी‘ पर मुख्य वक्तव्य प्रस्तुत किया. डा महेंद्र प्रजापति, डा नीतू शर्मा और डा प्रशांत सिंह ने अपने वक्तव्य से युवाओं का पथ प्रदर्शित किया.
हंसराज कालेज की प्राचार्या डा रमा ने हिंदी के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए विशेष बात कही. डा सीमा गुप्ता ने राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान के वार्षिक कार्यक्रम रिपोर्ट प्रस्तुत की. उन्होंने ‘हिंदी माथे का है शृंगार…‘ कविता पाठ किया. उन्होंने हिंदी के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए युवाओं और कर्मचारियों से बढ़ चढ़ कर कार्य करने और सहयोग देने पर बल दिया. संस्थान के अध्यक्ष डा अखिलेश कुमार मिश्रा ने कहा कि हिंदी दिल की भाषा है जो दिल को जोड़ती है, इसलिए हम सभी को हिंदी का अवश्य ही प्रचार-प्रसार करना है. संस्थान हिंदी के संरक्षण के लिए तमाम कार्य कर रहा है. संयोजन डा अवधेश तिवारी एवं डा गीतिका चतुर्वेदी ने किया. कार्यक्रम में छात्र विकी, हिंदी साहित्य परिषद और हंसराज कालेज के अध्यापक उपस्थित रहे. डा सीमा गुप्ता आभार जताया.