नई दिल्ली: रूस के कजान में ब्रिक्स साहित्य समारोह 2024 का शुभारंभ हुआ, तो भारत के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. साहित्य सम्मेलन का आधिकारिक उद्घाटन कजान के मेयर इल्सूर मेटशिन ने किया. ब्रिक्स साहित्य समारोह 2024 का विषय है, ‘नई वास्तविकता में विश्व साहित्य: परंपराओं, राष्ट्रीय मूल्यों और संस्कृतियों का संवाद.‘ यह सम्मेलन ब्रिक्स देशों के लेखकों, कवियों, दार्शनिकों, कलाकारों, विद्वानों का संगम है जो चार दिनों तक तक चलेगा. भारत का प्रतिनिधित्व साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक और साहित्य अकादेमी के सचिव डा के श्रीनिवासराव कर रहे हैं.
समारोह में माधव कौशिक ने आज की दुनिया में साहित्य के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि साहित्य किस तरह दुनिया भर के विभिन्न समाजों के बीच एकता और सहयोग को बढ़ावा देता है. ‘भारत के लेखकों से मिलें‘ शीर्षक से एक अन्य कार्यक्रम भी आयोजित हुआ, जिसका विषय था, ‘वोल्गा से गंगा तक: परंपरा और बहुसंस्कृतिवाद का उत्सव‘. इसके संचालक एवगेनी अब्दुल्लाव थे. इस सत्र में डा के श्रीनिवासराव ने कहा कि कैसे दुनिया भर में नदी आधारित संस्कृतियों ने बहुसंस्कृतिवाद को बढ़ावा दिया तथा किस प्रकार बहुसंस्कृतिवाद सामाजिक प्रगति और एकता स्थापित करने में सहायक है. माधव कौशिक ने भारत और रूस के पारंपरिक साहित्य पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे उनमें कई सांस्कृतिक मूल्य समाहित हैं.