जमशेदपुर: सिंहभूम जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में विक्रम प्रसाद की पुस्तक ‘मां कैकेयी चरित्र-दर्शन: रामायण के पार’ का लोकार्पण समारोह आयोजित हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता तुलसी भवन के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मुनका तथा संचालन साहित्य समिति के सचिव डा अजय कुमार ओझा ने की. दीप प्रज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई. सरस्वती वंदना डा वीणा पाण्डेय भारती ने प्रस्तुत किया. स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के मानद महासचिव डा प्रसेनजित तिवारी ने दिया. लोकार्पित पुस्तक पर पाठकीय प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिव्येन्दु त्रिपाठी ने कहा कि इस पुस्तक में विक्रम प्रसाद ने माता कैकेयी के व्यक्तित्व को एक नए आलोक में देखने का प्रयास किया है. लेखक ने यह दिखलाया है कि श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाने के लिए मां कैकेयी ने अनेक त्याग किए, स्वयं के लिए अपयश मोल लिया तथा दूरदर्शिता का परिचय दिया.

कार्यक्रम के दौरान रचनाकार का परिचय रीना सिन्हा ‘सलोनी’ ने दिया और धन्यवाद ज्ञापन साहित्य समिति के कार्यकारी अध्यक्ष डा यमुना तिवारी ‘व्यथित’ ने दिया. इस अवसर पर मुख्य रूप से अरुण कुमार तिवारी, डा अजय कुमार ओझा, नीता सागर चौधरी, सुरेश चन्द्र झा, ममता कर्ण, दिव्येन्दु त्रिपाठी, शीतल प्रसाद दूबे, वसंत जमशेदपुरी, अजय प्रजापति, उमा पाण्डेय, नीलाम्बर चौधरी , नीलिमा पाण्डेय, राजेन्द्र सिंह, जयश्री शिव कुमार , कन्हैया लाल अग्रवाल, डा संजय पाठक ‘सनेही’, अनिता निधि, वीणा कुमारी नंदिनी, जितेश तिवारी, बलविन्दर सिंह, निवेदिता श्रीवास्तव, पूनम सिंह, योगेन्द्र साहु, रीना गुप्ता, याशिका साहु, सत्यदेव रंजन, अमिज कुमार राय,बबली मीरा, भंजदेव देवेन्द्र कुमार ‘व्यथित’ सहित अनेक साहित्यकारों की उपस्थिति रही.